उत्तराखंड में दो अधिकारियों के खिलाफ मंत्री ने बैठाई विभागीय जांच

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देहरादून, 14 फरवरी 2025। कृषि मंत्री ने बताया कि रुद्रप्रयाग जनपद में उद्यान विभाग द्वारा वर्ष 2020 में काश्तकारों को वितरित किए गए कागजी नींबू के पौधों में जंगली जामीर फल आने के मामले में जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट के बाद मैसर्स संजीवनी पौधशाला तथा तत्समय में नर्सरी के चयन के दौरान तथा पौधों के सत्यापन में हुई लापरवाही के लिए जांच रिपोर्ट के आधार पर अपर निदेशक डा0 आर0के0 सिंह एवं तत्समय के जिला उद्यान अधिकारी (सेवानिवृत) योगेन्द्र सिंह चौधरी, दोनों अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है और इसके तहत आरोप पत्र जारी कर दिए गए हैं। साथ ही, संबंधित नर्सरी के खिलाफ नर्सरी एक्ट और अन्य प्रचलित नियमों के तहत कार्रवाई करने तथा कालीसूची में डालने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पौधा किसानों की आत्मा है और इस प्रकार की लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी शिकायतें आजतक मिली है उन पर सरकार द्वारा कार्यवाही की गई है। कृषि मंत्री ने कहा कि पौधा किसानों की आत्मा है, यह स्पष्ट करता है कि सरकार किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इससे अन्य नर्सरियों और अधिकारियों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिए गई है ताकि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न हो।

इस अवसर पर कृषि सचिव डा0 एसएन पांडे, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, कैप निदेशक डा0 नृपेन्द्र चौहान, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, संयुक्त निदेशक डा0 रतन कुमार, बागवानी निदेशक महेंद्र पाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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