आनंद वन समाधी में गुरु पूजा महोत्सव संपन्न
हरिद्वार। रोडी बेलवाला क्षेत्र से स्थित आनंद वन समाधी में गुरु पूजा महोत्सव में श्रद्धालुओं ने अपने गुरु महामंडलेश्वर चिदविलासानंद सरस्वती का तिलक पूजन, आरती कर अंग वस्त्र देने के साथ चरण पूजन करके गुरु पूजा की।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर चिदविलासानंद सरस्वती महाराज ने आए हुए भक्तों को, सेवकों को अपना आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि गुरु की कृपा से सभी मुश्किल आसान हो जाती हैं। सनातन धर्म में गुरु की परंपरा प्राचीन समय से निरंतर कायम है। कावड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालु भक्तों का देवभूमि हरिद्वार में स्वागत है करते हुए श्रद्धालु कांवड़ियो से आह्वान किया कि कावड़ यात्रा करते समय पतित पावनी मां गंगा जी व तीर्थ नगरी हरिद्वार की मान मर्यादा को ध्यान में रखते हुए तीर्थ नगरी में मद्य निषेध नशे का सेवन न करें और स्वच्छता को बनाए रखे।
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में धूमधाम से मनाई गई गुरु पूर्णिमा
हरिद्वार। गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के मां मनसा देवी चरण पादुका परिसर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष व मां मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि सदगुरुदेव अपने शिष्यों को सदमार्ग पर चलाकर उनको श्रद्धावान ज्ञानवान यशवान बनाकर एक अच्छे समाज की स्थापना करते हैं।
उन्होंने कहा कि सदगुरुदेव ही अपने शिष्यों का जीवन जीने की कला सिखाते हैं उनके जीवन पर कष्टों को समाप्त कर जीवन का कल्याण करें हमें अपनी हमें अपने सदगुरुदेव की आज्ञा को अपने जीवन में उतार कर जीवन के अंधकार को समाप्त कर प्रकाशमान करना चाहिए इस अवसर पर कावड़ यात्रा में आने वाले करोड़ों शिवभक्तों की मंगलमय यात्रा की उन्होंने कामना की।
गीता विज्ञान में भी मनाई गई गुरु पूर्णिमा
हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के जीवन में गुरु की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिष्य अपने गुरु के बताए पथ पर ही आगे बढ़ता है। शिष्य के जीवन में सदाचार, कौशल, ज्ञान और बुद्धिमत्ता का विकास गुरु की कृपा से ही संभव होता है। इसलिए शिष्य को गुरु का कृपापात्र होना जरुरी होता है। जिसमें पात्रता नहीं वह कदापि ज्ञान का अधिकारी नहीं हो सकता।
गुरू पूर्णिमा के अवसर पर कनखल स्थित श्री गीता विज्ञान आश्रम में श्रद्धालु भक्तों को गुरू की महिमा से अवगत कराते हुए महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती ने कहा कि विश्व में भारत का अद्वितीय स्थान बनाने वाली गुरू शिष्य परम्परा में शिष्य का समर्पण भी महत्वपूर्ण है।
श्री विश्नोई आश्रम में गुरु पूजा महोत्सव हुआ संपन्न
हरिद्वार। पवित्र तीर्थ नगरी हरिद्वार शहर के भीलवाड़ा क्षेत्र स्थित श्री विश्नोई आश्रम में गुरु पूजा महोत्सव का आयोजन वर्तमान महन्त एवं आश्रम पीठाधीश्वर महन्त स्वामी राजेंद्रानंद महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को प्रत्येक क्षण सावधान रहने की आवश्यकता है। क्योंकि पूरे संसार में सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म है। इसके प्रचार प्रसार का दायित्व हम सभी पर है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी अपने धर्म के पालन के लिए अपने कर्तव्य का ईमानदारी से उपयोग करें। ऐसा करके ही हम अपने प्राचीन गुरुओं की दी हुई ऐतिहासिक परंपरा को कायम रख सकते हैं।
श्री विश्नोई आश्रम के गुरु पूजा समारोह में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली पंजाब एवं उत्तर प्रदेश के अनेक शहरों से ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालु भक्तों ने हिस्सा लिया और गुरु महंत स्वामी राजेंद्रानंद महाराज की गुरु पूजा करके गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आशीर्वाद प्राप्त किया।
निराला धाम आश्रम में गुरु पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित निराला धाम आश्रम पीठ मे गुरु पूजा का भव्य समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब एवं हिमाचल सहित अनेक राज्यों से आए हुए श्रद्धालुओं ने गुरु पूजा महोत्सव में हिस्सा लिया।
गुरु पूजा समारोह को संबोधित करते हुए महंत आशा भारती ने ने कहा कि सनातन धर्म में गुरु की पूजा प्राचीन काल से होती आई है। उन्होंने कहा कि इस घोर कलियुग में बिना गुरु के आशीर्वाद के मनुष्य अपने जीवन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता है।
गुरु ही मनुष्य को सन्मार्ग की ओर ले जाता है। बिना गुरु की कृपा के मनुष्य का जीवन अधूरा ही माना जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के सनातन धर्म में ही वह शक्ति है जो ज्ञान, भक्ति और वैराग्य का बोध कराती है। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर लगे पंडाल में भव्य गुरु पूजा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
महर्षि मेंही ब्रह्म विद्यापीठ में मनाई गई गुरु पूर्णिमा
हरिद्वार। हरिपुर कलां स्थित महर्षि मेंही ब्रह्म विद्यापीठ में स्वामी व्यास आनंद महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव आयोजित हुआ।
गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए स्वामी व्यासानंद महाराज ने कहा कि गुरुओं का जीवन में होना अपने आप में एक प्रभु की असीम अनुकंपा है। गुरु ही शिष्य को ज्ञान से परिपूर्ण कर उसके बेहतर भविष्य का निर्माण करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर्व के अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को गुरु महिमा का रसपान कराते हुए व्यासानंद महाराज ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में गुरु का आशीर्वाद जरूर रहता है।
इस संसार में माता और गुरु दो ही ऐसे व्यक्ति हैं। जिनका आशीर्वाद हमारे जीवन को सफल बनाता है। हमें गुरु को नमन करना चाहिए और हर शुभ कार्य में गुरु की आज्ञा लेनी चाहिए। गुरु के द्वारा दिए गए ज्ञान का सदुपयोग कर सभी को अंधकार रूपी अज्ञान से दूर रहकर अपनी छवि को शिक्षित बनाना चाहिए। ज्ञान एकमात्र ऐसी वस्तु है जो बांटने से कम नहीं होती बल्कि और बढ़ती है। गुरु अपने शिष्य को शिखर की ओर ले जाते हैं और उसके जीवन को सरल बनाते हैं।
परमहंस अविनाशी हरि गोविंद धाम में मनाया गया गुरु पूर्णिमा पर्व
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित परमहंस अविनाशी हरि गोविंद धाम ऋषिकेश रोड हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर विशाल संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। परम पूज्य गुरुदेव स्वामी मुक्तेसानन्द महाराज के पावन सानिध्य में आश्रम में संत महापुरुषों के श्री मुख से ज्ञान की गंगा बही। ब्रह्मलीन स्वामी श्री हरि प्रकाश महाराज श्री श्री 1008 स्वामी संबोध प्रकाश महाराज श्री श्री 1008 स्वामी स्वयं प्रकाश महाराज का पावन सिमरन करते हुए भक्तजनों ने गुरुजनों के पावन श्री चरणों का गुणगान किया। इस अवसर पर बोलते हुए ट्रस्टी श्री बलदेव रावल ने कहा गुरु के बिना ज्ञान नहीं और गुरु के बिना गति नहीं, गुरु है तो सब कुछ संभव है। इस अवसर पर बोलते हुए दीपक पोखराल ने कहा इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु देव सूर्य के सामान प्रकाशमान है, जो धर्म कर्म पूजा पाठ यज्ञ अनुष्ठान आदि के माध्यम से हमारा लोक एवं परलोक दोनों सुधार देते हैं, सतगुरु मेरे राम है सतगुरु ही घनश्याम, सतगुरु ठंडी छांव है, सतगुरु परम अवतार। जो भक्त गुरु की शरणागत होते हैं गुरु उन्हें उंगली पड़कर भवसागर पार करा देते हैं सतगुरु की कृपा बड़ी ही अपरंपार है। सतगुरु मेरे राम सतगुरु ही घनश्याम है सतगुरु तारणहार। इस अवसर पर हरिद्वार के अनेकों मठ मंदिर आश्रमों से आये संत महापुरुषों ने अपने श्री मुख से पावन वचन कहकर भक्तों का मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर ट्रस्टी बलदेव रावल, जगदीश गोगिया, बलदेव राय, प्रेम गंभीर, सुरेश बुद्धिराज, प्रेम मक्कड़, मदन लाल अग्गी, नरेंद्र चौक, दीपक पोखराल सहित भारी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।
आनंद आश्रम में गुरु पूजा समारोह संपन्न
हरिद्वार। हरिद्वार भूपतवाला क्षेत्र स्थित आनंद धाम आश्रम में वार्षिक समारोह का आयोजन संत महापुरुषों की भव्य उपस्थिति में वर्तमान पीठाधीश्वर युवा महंत विवेकानंद महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आचार्य श्री गरीब दास जी महाराज की अमृतवाणी बाड़ी का पाठ भी संपन्न किया गया।
साथ ही साथ गुरु पूर्णिमा अवसर पर गुरु पूजा के साथ-साथ ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णानंद महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर संत महापुरुषों ने अपनी अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी आए हुए अखाड़ों एवं आश्रमों के महंत महामंडलेश्वरो का धन्यवाद युवा महंत विवेकानंद महाराज ने किया।
गंगा भजन आश्रम भूपतवाला हरिद्वार में गुरु पूजा समारोह संपन्न
हरिद्वार। पतित पावनी मां गंगा भागीरथी के भूपतवाला क्षेत्र स्थित गंगा भजन आश्रम में दूर दराज से आए हुए श्रद्धालु भक्तों ने गुरु पूजा समारोह में भाग लिया। गुरु पूजा के शुभ अवसर पर गंगा भजन आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद महाराज का गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सभी श्रद्धालु भक्तों ने गुरु पूजा अर्चन कर आशीर्वाद लिया या।
इस मौके पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद महाराज ने प्राचीन भारतीय संस्कृति और गुरु परंपरा पर उपदेश देते हुए कहा कि सभी सनातन धर्म का पालन करने वालों को अपने जीवन में संस्कारित धर्म का पालन करना चाहिए। ऐसा करके ही हम अपने जीवन का कल्याण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुरु पूजा को व्यास पूजा के नाम से भी जाना जाता है। सभी भक्तों को उन्होंने आशीर्वाद दिया।