हरिद्वार 14 मार्च 2024। हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भरोसा जताया है। पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पार्टी ने टिकट काटकर उत्तराखंड के एक पूर्व मुख्यमंत्री को प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं उनके टिकट के घोषणा के बाद ही हरिद्वार लोकसभा में भाजपा असमंजस की स्थिति में फस्ती हुई नजर आ रही है सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लेकर लोग अलग-अलग तरह की टिप्पणियां करते हुए नजर आ रहे हैं। वही एक पोस्टर भी बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी जिंदाबाद, पुष्कर धाम जिंदाबाद और अमित शाह जिंदाबाद के साथ हरिद्वार से किसी स्थानीय चेहरे को टिकट देने की मांग करते हुए प्रत्याशी बदलने की मांग की गई है और यह मांग समस्त क्षेत्रवासी हरिद्वार के द्वारा की गई है ऐसा पोस्टर में दिख रहा है। आपको बता दें कि हरिद्वार जनपद में पिछले 10 सालों में कोई खास काम न होने की रिपोर्ट भाजपा हाई कमान को भेजी गई थी। जिसमें संतों से लेकर संघ तथा भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की राय भी पार्टी हाई कमान ने ली थी। जिसके बाद माना जा रहा था कि इस बार पार्टी टिकट में बदलाव कर सकती है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम सामने आते ही बड़े नेताओं के समर्थकों में मायूसी है, जो अपने नेता को भावी लोकसभा प्रत्याशी के रूप में देख रहे थे।
वहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुछ लोग पैराशूट प्रत्याशी कहकर भी कसीदे कस रहे हैं, तो दूसरी तरफ एक बार फिर हरिद्वार लोकसभा सीट पर पहाड़ और मैदान बाद का जिन्न निकलकर सामने आ गया है। हरिद्वार के मतदाताओं से जब हरि टीवी ने अपने चैनल के माध्यम से पूछा कि भाजपा ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर टीएसआर पर भरोसा जताया है। तो उन्होंने सोशल मीडिया पर हरिद्वार से किसी स्थानीय और मैदानी को टिकट देने के जवाब लिख डालें। वहीं कुछ लोग ईवीएम को भी कोसते हुए नजर आए, अब देखना होगा कि क्या टीएसआर पर दांव खेलकर बीजेपी हरिद्वार में बुरी तरह फंस गई है! या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी के नाम पर हरिद्वार में भाजपा अपनी नैय्या पार लगाने में कामयाब होगी। क्योंकि भाजपा या संघ किसी भी कीमत पर नहीं चाहते कि हरिद्वार, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक नगरी पर कोई भी भाजपा प्रत्याशी को हर का मुंह देखना पड़े इसलिए आगामी दिनों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि हरिद्वार लोकसभा में चुनाव प्रचार तेजी के साथ आगे बढ़ेगा और कई बड़े स्टार प्रचारक भी यहां देखने को मिल सकते हैं।
कांग्रेस और उमेश कुमार बना सकते हैं त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं दूसरी तरफ बात करें तो खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी लोकसभा की जद्दोजहद में लगे हुए हैं और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भाजपा से टिकट मिलने के बाद अब यह लड़ाई दिलचस्प मोड़ पर आ गई है। यदि कांग्रेस ने किसी स्थानीय और साफ छवि वाले चेहरे को पार्टी का प्रत्याशी बनाया तो लड़ाई त्रिकोणियां होती हुई दिखाई दे रही है। इसका फायदा भी कांग्रेस हरिद्वार में उठा सकती है। क्योंकि निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की बात करें तो पिछले कुछ महीने में उन्होंने माहौल बनाने का प्रयास तो किया लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र में कोई खास दबदबा नजर नहीं आया। हालांकि अब लोग उन्हें तीसरे विकल्प के रूप में जरूर देख रहे हैं और यदि लोकसभा चुनाव में भाजपा माहौल बनाने में कामयाब नहीं हो पाई, तो भारी भरकम नुकसान भी उन्हें हरिद्वार में उठाना पड़ सकता है। उमेश कुमार अपने अलग तरीके के चुनाव प्रचार के लिए जाने जाते हैं। वह हेलीकॉप्टर उड़वाने से लेकर, क्रिकेट और बॉलीवुड के फिल्म स्टारों को भी अपने प्रचार में साथ ला सकते हैं और यह युवाओं को आकर्षित भी कर सकता है।
कैसे निकले रेस में आगे?
त्रिवेंद्र सिंह रावत की बात करें तो वह संघ के करीबी हैं और उन्होंने उत्तराखंड से बाहर भी जाकर पार्टी के लिए काम किया है। जिसका फायदा उन्हें हरिद्वार लोकसभा सीट पर टिकट के रूप में मिला है, यदि उनके पूर्व मुख्यमंत्री के दौरान कार्यकाल की बात करें तो उनका कार्यकाल लगभग 4 साल का था जो की बेदाग साबित हुआ था। टीएससार के अलावा भाजपा के पास हरिद्वार से और कोई भी पर्वतीय मूल का बड़ा चेहरा नहीं था, जिस पर पार्टी भरोसा जाता सके।