हरिद्वार से वीरवार को एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई, नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित
होटल सिग्नेचर इन में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कमरा नंबर 403 से अचानक धुआं उठने लगा। आनन फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना मिलते ही कोतवाली नगर पुलिस मौके पर पहुंची। होटल कर्मचारियों ने मास्टर चाबी से दरवाज़ा खोलने की कोशिश की, लेकिन अंदर से चटकनी लगी हुई थी, जिसे तोड़ना पड़ा। दरवाज़ा खुलते ही अंदर का नज़ारा भयावह था, कमरे में राजस्थान के नागौर जिले का रहने वाला 25 वर्षीय मोहित कासनिया झुलसा पड़ा मिला।
पुलिस के मुताबिक 25 वर्षीय मोहित पंजाब के बठिंडा में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात थे, और 26 अगस्त से लापता चल रहे थे। गुरुवार सुबह ही वह हरिद्वार पहुंचे थे,
होटल में रूम बुक करने के कुछ ही मिनट बाद, उन्होंने खुद को आग के हवाले कर दिया। मौके पर फायर यूनिट, एंबुलेंस और एफएसएल टीम को बुलाकर कार्रवाई की गई।
फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है।
फिलहाल अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस इस दर्दनाक आत्महत्या के पीछे के कारणों की गहन जांच कर रही है।
हरिद्वार की यह घटना न सिर्फ दिल को झकझोरने वाली है, बल्कि कई सवाल भी खड़े करती है कि, आखिरकार एक होनहार युवा इंजीनियर ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया