मंगलौर उपचुनाव में काजी निजामुद्दीन ने भाजपा के करतार सिंह भडाना को कड़ी टक्कर में लगभग 422 वोट से मात दे दी, हालांकि मंगलोर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में वोटिंग वाले दिन हंगामे और झड़प की खबरें सामने आई थी, पुलिस की वोटरों के साथ अभद्रता के वीडियो भी तेजी से वायरल हुए थे, जिस पर कानून व्यवस्था और चुनाव आयोग पर विपक्षी पार्टियों ने सवाल खड़े किए थे। रविवार शाम को काजी निजामुद्दीन चुनाव जीतने के बाद अपने समर्थकों के साथ मंगलौर की सड़क पर जुलूस निकल रहे थे, जिसमें पुलिस द्वारा बिना अनुमति और लाठी डंडों के साथ चल रहे समर्थकों की भीड़ को रोकने पर दरोगा तथा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ धक्का मुक्की और बदसलूकी हुई। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से पुलिस के साथ धक्का मुक्की की जा रही है और कुछ लोग हाथ उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस गर्मा गर्मी के माहौल के बीच विधायक काजी निजामुद्दीन अपने समर्थकों को शांत करते हुए दिखाई दे रहे हैं और पुलिस से हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए भी नजर आ रहे हैं। पुलिस ने अब इस मामले में कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और लोगों की पहचान की जा रही है। हालांकि काजी निजामुद्दीन अगर बीच में नहीं आते, तो वहां कोई बड़ी घटना हो सकती थी। वीडियो में कुछ लोगों के हाथ में लाठी डंडे भी दिखाई दे रहे हैं। वहीं काजी के समर्थकों पर भाजपा को वोट देने वाले लोगों को डराने धमकाने के भी आरोप लग रहे हैं।
जूलूस में लाठी डंडों से लैस काज़ी के समर्थकों ने पुलिस से की धक्का मुक्की, मुकदमा दर्ज, होगी कार्रवाई
