यूट्यूब वीडियो को लाईक व सबस्क्राइब करके जल्दी पैसे कमाने का लालच देकर 2 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

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देहरादून 21 सितंबर 2023। वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों का एग्जूटिव बताते हुये टेलीग्राम व यूट्यूब के माध्यम से यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के नाम पर घर बैठे लाभ कमाने का लालच देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही है।

इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता प्रियंका नेगी के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को BRANDLOOM DIGITAL MARKETING नामक कम्पनी का एग्जूटिव बताते हुये यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के नाम पर जल्दी पैसा कमाने का लालच देकर शिकायतकर्ता से धोखाधड़ी से विभिन्न बैक खातो में लगभग 18,11,000/- (अठारह लाख ग्यारह हजार रुपये) की धनराशि की ठगी करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 10/23 धारा 420,120 बी व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का मुकदमा दर्ज किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द की गयी।

अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में प्रकाश में आया कि कुछ धनराशि पीड़िता द्वारा यस बैंक के एक एकाउण्ट में जमा करायी गयी थी जो बाद में आईसीआईसीआई बैंक शाखा नवलगढ़ जिला सीकर के खाते में ट्रांस्फर की गयी। यह खाता अभियुक्त कादिर खान पुत्र फारूख खान निवासी वार्ड नं0 3, निकट उच्च माध्यमिक विद्यालय, ग्राम चूड़ीमियां तहसील लक्षमण गढ़ थाना बलारा जिला सीकर राजस्थान के नाम पर होना पाया गया तथा उक्त खाते का एसएमएस एलर्ट नम्बर अनीस खान पुत्र असलम निवासी मेन बाजार के पास, ग्राम चूड़ीमियां तहसील लक्षमण गढ़ थाना बलारा जिला सीकर राजस्थान के नाम पर होना पाया गया। पुलिस टीम को तुरन्त राजस्थान उक्त लोगों से पूछताछ एवं विवेचना हेतु रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त लोगों को पतारसी सुरागरसी कर उक्त लोगों की तलाश कर वास्ते पूछताछ थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड लाया गया। पूछताछ में उक्त लोगों द्वारा बताया गया कि क्रिप्टो करैन्सी में ट्रैडिंग करने हेतु दक्षिण भारत के एक व्यक्ति द्वारा जिसका नाम वह नहीं जानते है तथा उनका उस व्यक्ति से सम्पर्क वह्ट्सएप के माध्यम से हुआ था के कहने पर कुल 2,46,000/- रुपये के लगभग के USDT जो एक क्रिप्टो टोकन है उसको ट्रांस्फर किये है। जिस आधार पर उक्त लोग 120बी भादवि के अभियुक्त होने पाये गये है। अतः इन व्यक्तियों को 41क CrPC का नोटिस तामील कराया गया। शुरुआती जांच के दौरान पता चला है कि 2 करोड़ रुपये से अधिक का विवादित लेनदेन है जो भारत से बाहर पैसा भेजने के इस घोटाले में शामिल है।

अपराध का तरीकाः-

अभियुक्तगणों द्वारा फर्जी वैब साईट तैयार कर स्वंय को BRANDLOOM DIGITAL MARKETING का नामक कम्पनी का एग्जूटिव बताते हुये यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के नाम पर जल्दी पैसा कमाने का लालच देकर धोखाधडी की गयी तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम आईडी कार्ड का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है। अभियुक्त द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। कुछ पीडितों से एक मोबाईल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद इनके द्वारा नये सिम, मोबाईल हैण्डसैट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है।

प्रकाश में आये अभियुक्तः-

1. अनीस खान पुत्र असलम निवासी मेन बाजार के पास, ग्राम चूड़ीमियां तहसील लक्षमण गढ़ थाना बलारा जिला सीकर राजस्थान।

2. कदीर खान पुत्र फारूख खान निवासी वार्ड नं0 3, निकट उच्च माध्यमिक विद्यालय, ग्राम चूड़ीमियां तहसील लक्षमण गढ़ थाना बलारा जिला सीकर राजस्थान।

पुलिस टीमः-

1- निरीक्षक विकास भारद्वाज

2- उ0नि0 राजीव सेमवाल

3- कानि0 शादाब अली

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि ऑनलाईन जॉब हेतु किसी भी फर्जी वेबसाईट, मोबाईल नम्बर, लिंक आदि का प्रयोग ना करें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु आवेदन करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। किसी भी प्रकार के लालच में आकर अपनी मेहनत की कमाई को न उड़ने दें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।

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