हरिद्वार में किन्नर अखाड़ा निशुल्क कर रहा कांवड़ियों की सेवा, 14 जुलाई से निरंतर चल रहा भंडारा

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हरिद्वार 22 जुलाई। हरिद्वार में जहां एक ओर कोरोना के 2 साल बाद कावड़ का मेला जारी है, तो वहीं दूसरी और लाखों की तादाद में शिव भक्त रोजाना हरिद्वार पहुंच रहे हैं।

लेकिन हरिद्वार में शिव भक्तों की सेवा करने वालों की भी कमी नहीं है। हरिद्वार के स्वर्गीय गुरु मोती महंत सेवा आश्रम में हरियाणा के रोहतक जिले के गांव कलानौर, खैरड़ी, धामड़, पिलाना से शिवभक्त डाक कांवड़िए सैकड़ों की तादाद में पधारे हुए हैं।

जिनका स्वागत आश्रम की संस्थापक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री उर्मिलानंद गिरि महाराज किन्नर अखाड़ा द्वारा किया गया। आश्रम में कांवड़ियों की सेवा के लिए 14 जुलाई से निरंतर भंडारे का प्रसाद सुबह शाम कांवड़ियों को वितरित किया जा रहा है।

महामंडलेश्वर स्वामी उर्मिलानंद गिरि महाराज के नेतृत्व में यह कार्य चल रहा है। इतना ही नहीं जलपान की व्यवस्था और सबसे महत्वपूर्ण दवाई और मेडिकल की मूलभूत व्यवस्था भी आश्रम में कावड़ियों के लिए निशुल्क की गई है।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर उर्मिल आनंद गिरि ने कहा कि शिव तो सभी के प्रिय हैं और वह पूरी दुनिया के पालनहार हैं। तो शिव भक्तों का धर्मनगरी हरिद्वार में स्वागत सत्कार करना हमारा परम कर्तव्य है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वर्गीय गुरु मोती आश्रम सदैव के लिए मानव सेवा के लिए खुला हुआ है।

इस अवसर पर सुनील तंवर ने कहा कि हरिद्वार में कोरोना के 2 साल बाद आयोजित हो रही भव्य कावड़ यात्रा दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। जिसमें कुछ ही दिनों में करोड़ों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार गंगा जल लेने पहुंचते हैं।

साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान शिव तो अपने आप में ही सभी की आस्था का केंद्र हैं और पूरी दुनिया भोले की दीवानी है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वर्गीय गुरु मोती महंत आश्रम का मूलभूत सिद्धांत ही दूर दराज से आए श्रद्धालुओं की सेवा करना है।

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