निस्वार्थ एवं दयालु भाव के महान संत थे स्वामी छत्रपति दास महाराज – म०म० कपिल मुनि

Listen to this article

हरिद्वार। दिनांक 22 मई को हरिद्वार के विष्णु विहार कॉलोनी स्थित गुरु निवास आश्रम में ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर छत्रपति दास महाराज को सभी आश्रम एवं अखाड़ों के महंत, श्री महंत एवं महामंडलेश्वरों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

समारोह की अध्यक्षता श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महामंडलेश्वर श्री स्वामी कपिल मुनि महाराज ने की। इस अवसर पर हरिद्वार के वरिष्ठ संतो एवं महापुरुषों ने अपनी अपनी ओर से ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी छत्रपति दास के द्वारा समाज के प्रति किए गए त्याग और समर्पण के बारे में विस्तार से बताया कि वह बहुत निस्वार्थ भाव के थे और हमेशा समाज के हित को सर्वोपरि रखते थे। इसके साथ ही सभी संत महापुरुषों ने उम्मीद जाहिर की कि दोनों गुरु भाई महन्त देवानंद शास्त्री और डाक्टर जितेंद्र दास योगाचार्य मिलकर के उनके द्वारा छोड़े गए अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए पूरी तत्परता से लगन के साथ कार्य करेंगे।

सभी महंत, श्री महंत एवं महामंडलेश्वरों ने उज्जवल भविष्य की कामना की। सत्रहवीं भंडारा एवं श्रद्धांजलि समारोह में आए हुए सभी संत महापुरुषों का दोनों गुरु भाइयों ने स्वागत करते हुए धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन अरुण दास ने किया। इस अवसर पर योगाचार्य डाक्टर महंत जितेंद्र दास जी, महामंडलेश्वर कपिल मुनि, दामोदर शरण जी, हरिहरानंद जी, कोठारी दामोदर दास, महंत किशन दास, महामंडलेश्वर भगवत स्वरुप जी, महामंडलेश्वर शिवानंद आदि संतगण उपस्थित थे।

error: Content is protected !!