ब्रेकिंग : ऋषिकेश एम्स के सात बड़े अधिकारियों पर सीबीआई ने किया मुकदमा दर्ज, देश में 24 ठिकानों पर छापेमारी

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देहरादून। ऋषिकेश एम्स स्थापित होने के बाद अक्सर विवादों में रहता है। ऋषिकेश एम्स में चाहे राजस्थान के लोगों की एकाएक नौकरी लगने का मामला हो या सीबीआई की छापेमारी हो। ऋषिकेश एम्स में अक्सर गड़बड़ी में अव्वल रहता है। ऋषिकेश एम्स से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है जहां सीबीआई ने एम्स में कार्यरत 7 बड़े अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया है। सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को सभी आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की। पूरे देश में सीबीआइ 24 स्थानों पर छापे की कार्रवाई कर रही है।

सीबीआइ ने एम्स ऋषिकेश के सात बड़े अधिकारियों के खिलाफ संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में नियुक्तियों और खरीदारी में हुए घोटालों की जांच के बाद सीबीआइ के इस कदम से हड़कंप मच गया है।

सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को सभी आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। इस मामले को लेकर पूरे देश में सीबीआइ 24 स्थानों पर छापे की कार्रवाई कर रही है। वहीं ऋषिकेश में सीबीआइ की दस्तक के बाद फिर से हड़कंप मचा है।

आरोपित अपने ठिकानों से गायब हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक एम्स प्रशासन से जुड़ी एक महिला अधिकारी के पति जो ऋषिकेश के एक डेंटल कालेज में बड़े पद पर हैं। उनके घर और मुनिकीरेती क्लीनिक पर भी सीबीआइ की टीम पहुंची है। इसके साथ ही इस कैंपस में रहने वाले आरोपितों के यहां भी सीबीआइ की टीम कार्रवाई कर रही है। ऋषिकेश के भीतर स्थित प्राइवेट मेडिकल स्टोर में भी सीबीआइ की टीम पहुंची है।

सीबीआई ने एम्स, ऋषिकेश के तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसरों और अन्य के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए; निजी कंपनियां; निजी व्यक्ति, और 24 स्थानों पर खोज करता है)

आरोपी का नाम

 (ए) 2.41 करोड़ रुपये के नुकसान से संबंधित पहला मामला (लगभग)

 

i) श्री बलराम जी उमर, तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, एम्स, ऋषिकेश, देहरादून, उत्तराखंड।

ii) डॉ बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन प्रोफेसर और प्रमुख, एनाटॉमी विभाग, एम्स, ऋषिकेश, देहरादून, उत्तराखंड

iii) डॉ अनुभा अग्रवाल, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर (अस्पताल प्रशासन) एम्स (अनुबंध के आधार पर), ऋषिकेश, देहरादून, उत्तराखंड

iv) श्री शशि कांत, तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी, एम्स, ऋषिकेश, देहरादून, उत्तराखंड

v) श्री दीपक जोशी, तत्कालीन लेखा अधिकारी, एम्स, ऋषिकेश, देहरादून, उत्तराखंड

vi) श्री पुनीत शर्मा, मेसर्स प्रो-मेडिक डिवाइसेस के मालिक, खानेजा कॉम्प्लेक्स, शकरपुर, दिल्ली

vii) अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति (व्यक्तियों)

 (बी) 2 करोड़ रुपये के नुकसान से संबंधित दूसरा मामला। (लगभग)

viii) श्री पंकज शर्मा, मैसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी के भागीदार

ix) श्री शुभम शर्मा, मेसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी के पार्टनर

x) मेसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी, दिलशाद कॉलोनी, शाहराडा, दिल्ली

xi) अज्ञात लोक सेवक

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