देहरादून 31 अगस्त 2023। बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के देहरादून स्थित ठिकानों पर विजिलेंस ने कॉर्बेट नेशनल पार्क में गड़बड़ी के मामलों में छापेमारी की तो इससे प्रदेश की राजनीति गरमा लाजमी से बात थी। वीरवार को हरक सिंह रावत के राजनीतिक दोस्त ना कहे जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भी हरक सिंह रावत पर हुई कार्रवाई को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि भाजपा प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई करने वाली पार्टी है और इस कार्रवाई से यह साफ भी हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार हुआ तो उसे समय भाजपा की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री थे। यानी जांच की आंच में तो वह भी आने चाहिए, उन्होंने कहा कि यदि कोई नेता भ्रष्टाचार कर रहा है और भाजपा में है तो वह सरयू नदी की तरह साफ है।
लेकिन अगर वह दूसरी पार्टी में चला जाए तो वह भाजपा के लिए सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले का पता नहीं है वह इस पूरे मामले की जानकारी भी लेंगे। आपको बता दे की 2016 में हरीश रावत की सरकार को गिराने में हरक सिंह रावत की सबसे अहम भूमिका मानी जाती है और इतना ही नहीं दोनों नेताओं के रिश्तों में भी उस समय के बाद से ही तल्खी देखी जा सकती है। लेकिन अब दोनों एक ही पार्टी में है और कांग्रेस में एक मियान में दो तलवार हरिद्वार से चुनाव लड़ने की सोच रही हैं। हरीश रावत और हरक सिंह रावत दोनों ही हरिद्वार में काफी टाइम से सक्रिय है और दोनों समय-समय पर हरिद्वार के मुद्दों को उठाते हुए भी नजर आ रहे हैं। हालांकि देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में हरिद्वार से कांग्रेस किसे अपना प्रत्याशी घोषित करेगी यह आने वाला वक्त ही बताएगा।