कनखल स्थित श्री यंत्र मंदिर में आदि जगतगुरु शंकराचार्य की मूर्ति की स्थापना तथा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़े के ब्रह्मलीन आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विष्णु देवानंद महाराज को सभी उपस्थित विद्वान संतो ने श्रद्धांजलि अर्पित की । इस अवसर पर स्वामी विशोकानंद महाराज ने कहा महापुरुष शरीर से चले जाते हैं।लेकिन पीछे बहुत कुछ छोड़ जाते हैं ।
जैसे भगवान राम जी इस धरती से पदार्पण कर गए किंतु जगत कल्याण हेतु पीछे श्री रामायण छोड़ गए ।जिसके अध्ययन करने मात्र से ही मनुष्य का कल्याण हो जाता है उसी प्रकार भगवान श्री कृष्ण इस लोक से परमधाम चले गए किंतु पीछे गीता छोड़ गए ।जिसके अध्ययन करने मात्र से मनुष्य जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है उसी प्रकार कालिदास सूरदास चले गए पीछे दोहावली छोड़ गए ।इसी प्रकार परम विभूति संत स्वामी विष्णु देवानंद महाराज भी जाते जाते ।भक्तों के बीच अपना ज्ञान अपने आदर्श तथा अपना प्रेम छोड़ गए जिन्हें भक्त सदा अपने मन में सजोएं रखेंगे ।
इस अवसर पर काशी गोविंद मठ के स्वामी देव आनंद महाराज स्वामी शरद पुरी महाराज महामंडलेश्वर आनंद चैतन्य महाराज स्वामी किशन गिरी महाराज महामंडलेश्वर स्वामी कमलानंद महाराज महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज महामंडलेश्वर गीता भारती महाराज जूना अखाड़े के पूर्व सचिव देवानंद सरस्वती जमहाराज वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण महाराज सहित भारी संख्या मेंसंत तथा भक्तगण उपस्थित थे ।