देहरादून। उत्तराखंड में हुए भर्ती घोटाले ने प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर में चर्चाएं बटोरी तो वहीं भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश के छात्र सड़कों पर लामबंद है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्रों को आश्वासन देते हुए भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही थी। तो वहीं अब भ्रष्टाचार से जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ रही है, मामला परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और सरकारी दस्तावेजों से छेड़खानी से जुड़ा हुआ का है।
आरोप है कि एआरटीओ आनंद जायसवाल ने ऋषिकेश में तैनाती के दौरान चालान के जुर्माने को अधिक वसूलना और राजस्व कोष में कम पैसों को दर्शाया। आनंद जयसवाल 2009 बैच के PCS अधिकारी रह चुके हैं जिनको अब विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में 2017 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था और 420, 467, 468, 471, 409 आईपीसी एवं 13 ( 1) 13 (2) PC एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। वर्तमान में आनंद जयसवाल देहरादून परिवहन मुख्यालय में तैनात थे।
हाल ही में विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में चर्चित पूर्व आईएस रामविलास यादव, पूर्व आईएफएस किशन चंद को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते हुए एआरटीओ आनंद जायसवाल को भी अब गिरफ्तार कर लिया है।