देहरादून। देश भर में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तराखंड के कोटद्वार में जैसे तैसे अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी और पूरे प्रदेश से कोटद्वार में सेना में भर्ती होने की इच्छा रखने वाले युवक कोटद्वार में पहुंचे और भर्ती प्रक्रिया का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधानसभा अध्यक्ष खंडूरी और अन्य कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति में बीते बुधवार को हुआ लेकिन उसके बाद से ही अग्निवीर भर्ती लगातार विवादों में है, भर्ती देने पहुंच रहे हैं उत्तराखंड के तमाम युवाओं ने मीडिया से बातचीत में भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए। जिसको हरि टीवी ने भी प्रमुखता से कल आपके समक्ष रखा था और अब खबर का असर होता दिख रहा है। साथ ही आपका पसंदीदा चैनल हरि टीवी आपको यह भी भरोसा दिलाता है कि जब भी उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य की बात होगी तब हम निडर होकर उनकी बात आपके समक्ष जरूर रखेंगे। प्रदेश के पर्यटन, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, लोक निर्माण, सिंचाई, जलागम धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कोटद्वार में चल रहे अग्निवीर भर्ती में प्रदेश के युवाओं को हो रही व्यावहारिक कठिनाइयों का संज्ञान लेते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से वार्ता कर इसकी जांच किये जाने का अनुरोध किया है।
प्रदेश के पर्यटन, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, लोक निर्माण, सिंचाई, जलागम धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कोटद्वार में चल रहे अग्निवीर भर्ती में प्रदेश के युवाओं को हो रही व्यावहारिक कठिनाइयों का संज्ञान लेते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें बताया कि अग्निवीर भर्ती के दौरान राज्य के 300 युवाओं को एक साथ दौडा़या जा रहा है और उसमें से भी मात्र 8 या 10 युवाओं को ही चुना जा रहा है। जबकि शारीरिक में पूर्व में औसतन 300 में से 60 का चयन किया जाता था।
महाराज ने कहा कि कोटद्वार में 19 अगस्त 2022 से 31 अगस्त तक बीआरओ लैन्सडाउन अग्निवीरों की भर्ती कर रहा है। भर्ती होने वाले युवाओं का कहना है कि भर्ती के दौरान नियमों की अनदेखी की जा रही है। दौड़ का समय 1600 मीटर के लिये 5:40 सेकन्ड है लेकिन वह सिर्फ 5 मिनट में ही दौड़ को समाप्त कर दे रहे हैं। उतराखण्ड के जवानों के लिए 163 सेन्टीमीटर लम्बाई है जो कि स्वर्गीय पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने उतराखण्ड के लिए करवाई थी। लेकिन भर्ती होने आये युवाओं की हाइट अब 170 सेन्टीमीटर ले रहें हैं।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने रक्षा राज्य मंत्री से कहा कि इस प्रकार की विसंगतियों के चलते उतराखण्ड के बच्चे निराश होकर अपने घर लौट रहे हैं। इसलिए अग्नीवीर योजना के तहत की जाने वाली इस भर्ती की जांच करवाई जाए।