धर्म नगरी में फैला कूड़ा या कूड़े में फैली धर्मनगरी हरिद्वार

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हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में आए दिन लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान, गंगा आरती और मठ मंदिरों में अध्यात्म के लिए आते हैं लेकिन हरिद्वार में जहां जगह लगे कड़े के ढेर को देखकर वह हरिद्वार की सफाई व्यवस्था के बारे में जरूर एक बार सोचते होंगे और अपने राज्यों में जाकर इसकी चर्चा जरूर करते होंगे।

काफी दिन से हमारे पास हरिद्वार में कूड़े के ढेर लगने की शिकायतें आ रही थी जिसका आज हर ईटीवी ने ग्राउंड जीरो पर रियलिटी चेक किया तो पाया कि नगर निगम की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है हालांकि हाल फिलहाल में कोई स्नान नहीं गया है लेकिन फिर भी हरिद्वार में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। कूड़े के ढेर लगने के कारण आसपास के इलाकों में गंदगी फैल रही है और हवा के द्वारा यह कूड़ा चारों और उड़ रहा है और स्थानीय नागरिकों और बाहर से आए श्रद्धालुओं को वहां से आवाजाही में भी इतनी परेशानी हो रही है क्योंकि कूड़े के ढेर से निकल रही जहरीली बदबू इसका सबसे बड़ा कारण है। आज हरि टीवी की टीम ने सबसे पहले दूधाधारी चौक का निरीक्षण किया तो वहां देखा कि दूधाधारी पार्किंग में सैकड़ों यात्रियों की बसें खड़ी है जो यात्री चार धाम गए हैं और उसी के ठीक सामने नगर निगम का कूड़ेदान कूड़े से लबालब है और चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ पड़ा था।

जहां पूजनीय गाय माता भी कूड़े के ढेर में मुंह मार रही थी और जहरीली पन्नी अथवा कचरे को खाती हुई भी दिखाई दी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि सैकड़ों हजारों लोग उस रोड से निकल रहे थे लेकिन किसी का ध्यान उस कूड़े के ढेर और गाय पर नहीं गया। तमाम बड़े-बड़े मंचों से गाय की रक्षा करने वाले लोग भी हरिद्वार में आजकल नदारद और गायब हैं जहां गाय रोजाना कूड़ा और जहरीली पन्नियां खा रही हैं। ताज्जुब की बात तो यह है कि गाय के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने वाले लोग भी हरिद्वार में उतर कर इसका विरोध नहीं कर रहे हैं ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ आपसी सहमति से चल रहा है। इसके बाद हम हिल बाईपास फ्लाईओवर पर पहुंचे तो देखा कि राजाजी नेशनल पार्क के अंतर्गत हिल बायपास फ्लाईओवर पर भी लोगों ने कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया है और कट्टे से लेकर पन्नी और तमाम गंदगी वहां पड़ी सड़ रही है। जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। उसके बाद हरि टीवी की टीम टीम भीमगोड़ा स्थित नई बस्ती पहुंची तो देखा कि कूड़ेदान कूड़े से लबालब भरा हुआ है और उसके आसपास कूड़ा जमीन पर पसरा है जो कि हवा से चारों तरफ उड़ रहा था। जिसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है यही हाल भीमगोड़े स्थित मुख्य तिराहे का था जहां कूड़े का अंबार लगा हुआ था और वहीं से स्थानीय नागरिक और श्रद्धालु दिन रात गुजर रहे हैं।

यही हाल खड़खड़ी रेलवे फाटक के पास देखने को मिला जहां भारी तादाद में कूड़ा सड़क पर पड़ा हुआ है इसके बाद हम भल्ला कॉलेज पहुंचे जहां बल्ला कॉलेज के पास खुल्ले प्लॉट में कूड़ा फैला हुआ है जिसको उठाने वाला कोई नहीं है और वहां दिन रात गुजर रहे स्थानीय नागरिक और खेलने जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि धर्म नगरी में कूड़ा फैला हैं या कूड़े में धर्म नगरी? हरिद्वार को देखकर कुछ दिनों से तो ऐसा ही लग रहा है जैसे कि कूड़े में धर्म नगरी बस गई है जहां नजर डालो वही चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ दिखाई दे रहा है।

हाल ही में नगर निगम के द्वारा तैनात की गई कूड़ा उठाने वाली कंपनियों के कर्मचारियों को वेतन ना मिलने पर हड़ताल की गई थी जिसके कारण भी लोगों को काफी परेशानी हुई थी। लेकिन बताया गया कि अब हड़ताल खत्म हो चुकी है बरहाल स्थिति जस की तस बनी हुई है और 1 दिन बाद गंगा दशहरा का महास्नान है। जिसमें लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचने वाले हैं अगर ऐसी स्थिति आज देखने को मिल रही है तो आप सोच सकते हैं कि गंगा दशहरा और उसके पहले हरिद्वार में कैसी स्थिति होगी।

उत्तरी हरिद्वार के वार्ड नंबर 4 और 5 में तो लोगों द्वारा यह भी शिकायत की गई है कि वहां सफाई कर्मचारी सुबह झाड़ू लगाने भी नहीं पहुंचते हैं जिसके कारण लोगों को वहां खुद ही सफाई करनी पड़ रही है। ऐसी शिकायतें हरिद्वार में और जगह से भी सुनने और देखने को मिल रही है जिसका खुलासा जल्द ही हरि टीवी करेगा।

क्या कहती है मेयर अनीता शर्मा

कूड़े की समस्या को लेकर हरि टीवी ने जब मेयर अनीता शर्मा से पूछा तो उन्होंने कहा कि कूड़ा व्यवस्थित तरीके से रोजाना उठ रहा है। हां ऐसा जरूर हो सकता है कि भीड़भाड़ के कारण कहीं हमारी गाड़ियां नहीं पहुंच पाई हो तो वहां कूड़े का ढेर लग सकता है। लेकिन अपना बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा जगह-जगह कूड़े की गाड़ियां जा रही हैं और कूड़ा रोजाना उठा रही है। सफाई कर्मचारियों के समय से ड्यूटी ना पहुंचने और कुछ जगह ड्यूटी पर ही ना जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारियों की शिकायत मिलते ही उन्हें तुरंत निष्कासित किया जाएगा। बरहाल तस्वीरें तो कुछ और ही कह रही हैं और हरिद्वार से बाहर के तीर्थयात्री क्या परिदृश्य लेकर जा रहे हैं यह आप कुछ भी सोच सकते हैं क्योंकि स्मार्ट सिटी और स्वच्छ शहर के सपने देखने वाला हरिद्वार फिलहाल तो सफाई के मामले में कहीं भी खड़ा होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि जिस हरिद्वार में हर मोड़ पर जाम और कूड़ा देखने को मिले तो आप सोच सकते हैं कि यहां कितने बदलाव की जरूरत है। और सबसे बड़ी बात तो यह है कि अब अधिकारी और निगम को कठोर कदम उठाने होंगे जिससे कि शहर में साफ सफाई का स्तर अच्छा हो सके क्योंकि रामायण की चौपाई में भी कहा गया है ” विनय न माने जलधि-जड़, गए तीन दिन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिनु होय न प्रीत”

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