ब्रेकिंग : वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की सुप्रीम कोर्ट से हुई जमानत

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दिल्ली। हरिद्वार में दिसंबर में आयोजित हुई धर्म संसद ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में संतों पर कई मुकदमे दर्ज हुए, धर्म संसद के आयोजन से चंद दिनों पहले वसीम रिजवी उस जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म ग्रहण किया और उन्होंने मुस्लिम धर्म पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना भी सरेआम की।

हरिद्वार में हुई धर्म संसद में जहां पूरे देश के साथ-साथ विदेशों में भी बवाल मचा दिय। तो वही धर्म संसद के खत्म होने के बाद दर्ज हुए मुकदमे में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी एवं यती नरसिंहानंद की गिरफ्तारी भी हुई। जिसके बाद जितेंद्र सिंह त्यागी की जमानत के लिए उनके साथ जुड़े हुए कई संतों एवं व्यक्तियों ने उनकी जमानत की अर्जी हरिद्वार जिला कोर्ट में भी लगाई जिसको जिला जज ने खारिज कर दिया।

जिसके बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की जमानत की अर्जी उनके वकील ने उत्तराखंड हाई कोर्ट में लगाई लेकिन मामला गंभीर देखते हुए उनकी जमानत अर्जी हाईकोर्ट से भी खारिज हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने हरिद्वार धर्म संसद में उत्तराखंड सरकार से भी जवाब तलब किया और आगे से ऐसा कोई भी भड़काऊ बयानबाजी ना हो इसके लिए हिदायत भी दी। उनके वकील सुप्रीम कोर्ट में जमानत की याचिका डाली गई और सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आज यानी दिनांक 17 मई को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को मेडिकल के आधार पर 3 महीने के लिए जमानत दी है। इससे पहले यती नरसिंहानंद की जमानत धर्म संसद मामले में हुई थी। इन दोनों पर ही भड़काऊ भाषण देने के आरोप एक विशेष समुदाय द्वारा लगाए गए थे।

जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी और वसीम रिजवी की ज़मानत पर शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज सत्य की जीत हुई है और उन्होंने एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खुशी जाहिर करते हुए डाली है।

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