हरिद्वार लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी फाइनल करने के लिए काफी माथापच्ची कर रही है और हरिद्वार लोकसभा का माहौल देखते हुए कांग्रेस नहीं चाहती कि किसी भी हल्के प्रत्याशी पर दांव खेला जाए। शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होनी थी, लेकिन राहुल गांधी की न्याय यात्रा के अंतिम दिन और रविवार को महाराष्ट्र में होने वाली विशाल रैली के कारण सभी नेता महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गए। इसलिए अब बैठक सोमवार या मंगलवार को होगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कुछ और दिन हरिद्वार सीट पर प्रत्याशी का नाम फाइनल होने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि सूत्र बताते हैं कि खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने पिछले कुछ दिनों पूर्व दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी और राजनीतिक गलियारों में उमेश कुमार को लेकर हलचल तेज है।
कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा उमेश कुमार को हरिद्वार से प्रत्याशी बनाने का समर्थन कर रहा है। तो वहीं दूसरा धड़ा उमेश कुमार के नाम पर संगठन की नाराजगी का हवाला देते हुए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वहीं सूत्र बताते हैं कि अब वीरेंद्र रावत के टिकट की मांग कर रहे हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अब खुद टिकट की रेस में अपने आप को आगे रख हुए हैं। दिलचस्प होगा कि आखिर पार्टी किस पर भरोसा जताएगी, हालांकि हरिद्वार के समीकरण 2019 और 2014 के बजाए कुछ और दिखाई दे रहे हैं। यदि कांग्रेस ने किसी बड़े चेहरे पर दांव खेला, तो मामला कांटे की टक्कर पर आ सकता है।
त्रिवेंद्र के स्वागत कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता नदारद
शुक्रवार को हरिद्वार पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्वागत कार्यक्रम और रोड शो में भाजपा की गुटबाजी भी सामने आई। टिकट की दावेदारी कर रहे हैं कई बड़े नेता उनके रोड शो में दिखाई नहीं दिए। सिर्फ हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान और रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ही उनके रोड शो में गाड़ी पर सवार दिखाई आए।
हालांकि मदन कौशिक को त्रिवेंद्र सिंह रावत का प्रिय मित्र भी कहा जाता है और त्रिवेंद्र रावत सरकार में मदन कौशिक रसूखदार मंत्री भी रहे हैं। वही देखना होगा कि मदन कौशिक त्रिवेंद्र सिंह रावत को जितवाकर दोबारा अपनी राजनीतिक बिसात बिछाने में कामयाब होंगे! या विपक्ष उनका खेल खराब करे देगा यह आने वाला वक्त ही बताएगा।