हरिद्वार। हरिद्वार शहर से 5 बार के विधायक एवं वर्तमान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के नेतृत्व में भाजपा उत्तराखंड में ऐतिहासिक दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रही तो वही मदन कौशिक के समर्थक चाहते थे कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा मदन कौशिक के नाम की घोषणा करें।
लेकिन भाजपा आलाकमान ने खटीमा सीट से चुनाव हार चुके पुष्कर सिंह धामी पर एक बार फिर विश्वास जताया और उन्हें प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया, इतना ही नहीं चुनाव हार गए धामी तो मुख्यमंत्री बने लेकिन 5 बार जीत चुके हैं एवं तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके मदन कौशिक एक बार फिर हाथ मलते रह गए।
अब बारी थी कैबिनेट मंत्री की पुष्कर सिंह धामी के साथ प्रदेश में 8 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली। कयास यह भी लगाए जा रहे थे कि मदन कौशिक को कोई भारी भरकम कैबिनेट पद मिल सकता है लेकिन शायद उन पर लगे पार्टी में भीतर घात के आरोप एवं नैनीताल हाईकोर्ट में चल रहे चर्चित पुस्तकालय घोटाले ने उनके हाथ से कैबिनेट का पद भी छीन लिया।
वहीं अब इन सब के बाद मदन कौशिक के लिए एक और बुरी खबर हाईकोर्ट से आ रही है जहां देहरादून निवासी सचिन डबराल की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई करते हुए मदन कौशिक से 4 सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है आपको बता दे की पुस्तकालय घोटाला उत्तराखंड में चर्चित घोटाले की फेहरिस्त में शामिल हैं।
आपको बता दें कि 2010 में हरिद्वार में 16 पुस्तकालय बनाने के लिए सरकारी धन आवंटित हुआ था और सरकार ने 2019 में बताया कि पुस्तकालय संचालित हो रहे हैं लेकिन जब विपक्ष और आम जनता ने सवाल पूछे और हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी डाली गई तो कोर्ट ने भी इस मुद्दे पर संज्ञान लिया और मदन कौशिक को नोटिस जारी किया है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा व न्यायमूर्ति आर सी खुल्बे की खंडपीठ ने मदन कौशिक से 4 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने को कहा है।
याचिकाकर्ता सचिन डबराल के अनुसार हरिद्वार ग्रामीण अभियंत्रण सर्विसेस को पुस्तकालय बनाने का जिम्मा दिया गया और विभाग के अधिशासी अभियंता के फाइनल निरीक्षण और सीडीओ की संस्तुति के बाद ही पेमेंट की अनुमति हो पाई। इससे पता चलता है कि उस गाने का नाम पर और अधिकारियों की मिलीभगत से कितना बड़ा घोटाला हुआ है अतः इसकी सीबीआई जांच करवाई जाए।