हरिद्वार। हरिद्वार के सद्गुरु कृपा धाम आश्रम सेवा ट्रस्ट में सातवां वार्षिक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। चार दिवसीय चले इस वार्षिक महोत्सव कार्यक्रम में 7,8 एवं 9 अप्रैल को सायं 3:00 से 6:00 महंत हनुमान दास द्वारा रामचरितमानस पर भक्तगणों को प्रवचन दिए गए।
दिनांक 9 अप्रैल को आश्रम में अखंड रामायण पाठ भी प्रारंभ हुआ जिसका समापन आज दिनांक 10 अप्रैल को हुआ। जिसके उपरांत रामनवमी के उपलक्ष में राम जन्मोत्सव कथा हुई जिसमें कथावाचक महंत हनुमान दास द्वारा भक्तों को श्री राम के चरितार्थ एवं उनके प्रेरणादायक जीवन का उल्लेख किया गया। महंत हनुमान दास ने कहा कि श्री राम इतने दयालु थे कि किसी की गलती होने के बावजूद वह छोटी या बड़ी सजा उसे नहीं देते थे।
श्री राम की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि उनको मर्यादा की मूर्ति माना जाता है उन्होंने कभी किसी पराई स्त्री को आंख उठाकर नहीं देखा और हमेशा महिलाओं के प्रति आदर सम्मान दर्शाया और साथ ही वह इतने वचनबद्ध थे कि अपने पिता के एक बार कहने के बाद वह इतना बड़ा रामराज्य छोड़कर 14 वर्ष के लिए बनवास पर चले गए।
उन्होंने भक्तगणों को प्रवचन में बताया कि श्री राम आज भी हमसे दूर नहीं हैं वह हमारे बीच में ही हैं बस उन्हें पाने के लिए आपका मन साफ सुथरा होना चाहिए। तब बच्चन के बाद सभी भक्तजनों क भोजन प्रसाद वितरित किया गया इस अवसर पर सैकड़ों की तादाद में भक्तगण मौजूद थे।