हरिद्वार। आज हरिद्वार में मकर संक्रांति का स्नान प्रशासन ने पूर्ण तरीके से प्रतिबंधित कर रखा था जिस का नजारा हर की पौड़ी पर भी देखने को मिला। लेकिन सनातन धर्म का महापर्व मकर सक्रांति को हरिद्वार में धूमधाम से जगह-जगह आश्रमों में मनाया गया आज उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला क्षेत्र में वशीषठायम आश्रम में जगत गुरु रामानंदचार्य रामभद्राचार्य जी के जन्मदिवस पर मकर सक्रांति की सभी को बधाई दी गई और आश्रम में हरिद्वार के संतों महंतो ने पहुंचकर भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर महंत रघुनंदन दास, धर्मदास महाराज, महंत रघुवीर दास, महंत सूरजदास, महंत बिहारी शरण, महंत दुर्गादास, महंत अंकित शरण आदि मौजूद थे।
वहीं दूसरी ओर भूपतवाला स्थित निम्बार्क धाम में भी निम्बार्क संप्रदाय एवं रामानंद संप्रदाय के संतों महंतों ने एक संगोष्ठी का आयोजन किया जिसमें सभी ने देशवासियों को मकर सक्रांति की शुभकामनाएं दी। इसमें संतों महंतों ने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा मकर संक्रांति के स्नान पर जो प्रतिबंध किया गया है वह कहीं ना कहीं हरिद्वार की जनता के साथ अन्याय हैं और जब नेताओं की रैली में हो सकती है तो मकर संक्रांति का स्नान क्यों नहीं हो सकता?
इस अवसर पर निंबार्क धाम के पीठाधीश्वर महंत मुरारी शरण दास, महंत नारायणदास पटवारी, निर्मोही अखाड़े के प्रवक्ता रघुवीर दास, महंत बिहारी शरण दास, महंत अंकित शरण आदि मौजूद थे।