हरिद्वार। आज हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप महाराज संयोजक धर्म संसद ने धर्मनगरी हरिद्वार के शाम्भवी धाम भूपतवाला में बताया की कल रात धर्म संसद की कोर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमे कोर कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहे। कोर कमेटी की बैठक में सभी सेतों ने निर्णय लिया कि धर्म संसद के संतों के ऊपर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमे और सरकार के द्वारा एसआईटी गठित करना जो कि मुख्यमंत्री के निर्देश से हुई है , उससे संतो के भीतर आक्रोश है संतों का कहना है कि दुष्टों की अपराध नहीं है।
हिंदू में समाज को सजग करना संतो का काम है और यह हमारे शाखों में लिखा है इसमें कोई समाज के हितों के लिए लड़ना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है न कि कोई घृणा को बढ़ाने वाला भाषण, बैठक में आक्रोशित सती ने कहा सरकार उन लोगों के खिलाफ कोई मुकदमा क्यों नहीं करती जो आय दिन मनुस्मृति जलाते है गीता जलाते हैं, हमारी देवी देवताओं की प्रतिमा तोड़ते है उनका अपमान करते है, खुले आम सड़क पर प्रदर्शन करके लोगों के गले काटने की बात करते हैं। राष्ट्र और भारत माँ की अस्मिता की आय दिन सरे बाजार बेज्जत करते है। सड़क पर आखिरी कलमा पढ़कर कल्लों गैरत की बात करते हैं, उन्होंने कहा जिस से मुख्यमंत्री के निर्देश से सरकार के द्वारा एसआईटी गठित कर संतों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज करने से सरकार का हिंदू संतों के प्रति जो दृष्टिकोण है वह जनता के सामने प्रगट हो चुका है, अत : संपूर्ण हिंदू समाज एवं संत समाज आक्रोशित है।
हिंदू समाज एवं संत समाज के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए धर्म संसद की कोर कमेटी ने निर्णय लिया है की आगामी 16 जनवरी 2022 को बैरागी कैंप में संपूर्ण प्रांत के हिंदू प्रतिकार सभा का आयोजन करेंगे जिसमें संतों के विरुद्ध किए गए मुकदमा एवं यस आई टी गठन का प्रतिकार किया जाएगा इस प्रतिकार सभा में प्रदेशभर के हिंदू सम्मिलित होंगे। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि राष्ट्रीय अध्यक्ष हिंदू रक्षा सेना एवं अन्य संत मौजूद रहे।