हल्द्वानी। भ्रष्टाचार पोल खोल कार्यक्रम के तहत सुराज सेवादल हरिद्वार के बाद हल्द्वानी पहुंच गया है। जहां उन्होंने नगर में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में नगर मजिस्ट्रेट अवगत कराया और ज्ञापन सौंपा कि नैनीताल जिले के क्षेत्र हल्द्वानी में एक जिला खाद्य पूर्ति निरीक्षक लगभग 12 वर्षों से तैनात है।
ऐसा क्या है इस हल्द्वानी क्षेत्र में या यहां के नेताओं में या आला अधिकारियों में जो कि इनको 12 वर्षों तक अन्य जिलों में तैनाती नहीं दी गई! 48 कट्टे अनाज के पकड़े जाने पर यह साबित कर दिया गया कि वह शनि बाजार का माल है! 48 कट्टे अनाज किसी के भवन में शनि बाजार का माल क्या करेगा? क्यों आरएफसी गोदामों का निरीक्षण नहीं किया गया? क्यों जिला पूर्ति निरीक्षक का तबादले के लिए सस्तुति की गयी।
जबकि एक व्यक्ति राकेश भट्ट ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत मैं प्रार्थना पत्र भी दिया गया! तत्काल प्रभाव से इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर उचित कार्यवाही की जाए! ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके! राशन कार्ड जो कि डिजिटल कार्ड में बनने थे वह क्यों नहीं बन रहे! पार्किंग की समुचित व्यवस्था हल्द्वानी क्षेत्र में नहीं है! गाड़ियां अवैध रूप से खड़ी रहती हैं! जिससे आए दिन दुर्घटना का माहौल बना रहता है! हल्द्वानी कुमाऊं मंडल का दिल माना जाता है! फिर इसका समुचित विकास क्यों नहीं? यहां पर जो भी नई सड़कें नालियां बनी है इनकी गुणवत्ता तत्काल प्रभाव से जांच कराई जाएं! क्योंकि भ्रष्टाचारी तो नोट कमा कर अपने शौक पूरे कर रहे हैं लेकिन आम जनमानस जिनका यह पैसा है वह दिन प्रतिदिन परेशान होता जा रहा है! उत्तराखंड टूरिज्म प्रदेश है।
हल्द्वानी नैनीताल जिले मैं आता है! नैनीताल पूरे विश्व में विख्यात है फिर भी ऐसे शहरों का विकास नहीं किया जा रहा है आखिर क्यों? जो सत्तासीन है एवं जो आला अधिकारी सत्ता तक पहुंचा रखे हैं! क्या उनकी आंखें भ्रष्टाचार से मुक्त होकर इन शहरों की तरफ ध्यान नहीं दे सकती हैं? सुराज सेवा दल मांग करता है!उत्तराखंड प्रदेश का समुचित विकास होना चाहिए खाली झूठी घोषणाएं करके उत्तराखंड प्रदेश की भोली भाली देवतुल्य जनता का अपमान नहीं करना चाहिए! जब यहां समुचित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से होंगी तभी आम जनमानस का विकास संभव है।
इस अवसर पर राजेंद्र पन्त पूजा सुनीता मनीष प्रशांत गौरव विक्की अशोक विद्या दिलशाद हाजी मनोज साहिल खजान कार्तिक तनुज रोहित दीपक हरीश पीयूष पारस विनय श्वेता साक्षी आदि सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।