सभी धर्म सनातन वैदिक आर्यन के वंशज, उत्तराखंड को इस्लाम क्रिश्चियन और कम्युनिस्टों से खतरा, कोविड-19 वैक्सीन का युवा पीढ़ी पर होगा दुष्प्रभाव – शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती

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हरिद्वार। हरिद्वार प्रवास पर पहुंचे गोवर्धन मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड देवों की भूमि है अगर सरकारें इस तपोस्थली को विकास करके पर्यटन और भोग का केंद्र बनाना चाहती है तो यह विनाश के तरफ बढ़ते हमारे कदम होंगे, उन्होंने कोरोना का आज में अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि वह दुनिया के सबसे विकसित देशों में आता है और ऐसी कोई सुख सुविधा नहीं जो वहां उपलब्ध ना हो फिर भी कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव वहीं पड़ा। क्योंकि जब भी विकास होता है तो उस देश का विनाश भी निश्चित है।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी कई शहरों को स्प्रिचुअल सिटी बनाना चाहते थे और बड़े-बड़े मंचों से इसकी घोषणा करते थे लेकिन आजकल वह भी चुप हैं।

उनके भक्तों से पूछे गए सवाल में जब उनसे पूछा गया कि आप हिंदू राष्ट्र या अखंड भारत पहले किस को सिद्ध होता हुआ देखते हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं हिंदू राष्ट्र और अखंड भारत की बात पहले से ही करता हुआ आ रहा हूं और हिंदू होने पर हम सब को गर्व होना चाहिए क्योंकि यह सबसे पुरानी संस्कृति और पद्धति है और हमें वेस्टर्न कल्चर के ढोंग को अपनाना बंद करना चाहिए क्योंकि जब सर्व पल्ली राधाकृष्णन भी सर पर सेहरा बांध कर विदेश गए थे तब उनका वह स्वरूप भी विदेशियों को बहुत पसंद आया था उन्हें राजदूत बनाया गया था और भारतीय अगर भारतीय संस्कृति के अनुसार ही चलें तो ही हमारी अपनी पहचान है और अपना अस्तित्व है चाहे वह संत हो या आम आदमी।

एक भक्त ने पूछा कि शंकराचार्य जी मुझे वैक्सीन लगवानी चाहिए या नहीं? तो वे बोलते हैं कि कोरोनावायरस दुनिया में फैलाया जाए अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र है जिसकी चपेट में हमारा भारत भी आ गया है और मैं भारत के प्रधानमंत्री गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से भी कहना चाहूंगा कि वैक्सीन को अनिवार्य मत कीजिए , लंबे समय में इसके बड़े दुष्प्रभाव देखने को मिलेंगे, यह रक्त में मिलकर हमारी आने वाली पीढ़ियों को काफी नुकसान देगी तो हमें इस वैक्सीन से बचना चाहिए।

उत्तराखंड के पलायन के मुद्दे पर बोलते हुए शंकराचार्य जी ने कहा कि सरकार इस पर गंभीर नहीं है और यह एक ऐसा राज्य है जो चीन पाकिस्तान और कम्युनिस्टों से घिरा हुआ है और आने वाले टाइम में जैसे अजगर एक हिरन पर अपनी नजर बनाए रखता है ऐसे ही ये नजर बनाए बैठे हैं और जब भी उन्हें मौका मिला तो वह इसे हड़प लेंगे, और भी उन्होंने बोलते हुए कहा कि इसको इस्लाम, क्रिस्चियन और कम्युनिस्टों से भी बहुत ज्यादा खतरा है यहां पर जो विशेष धर्म की जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है इस पर भी किसी का ध्यान नहीं है।

जब उनसे पूछा गया कि सनातन, इस्लाम और क्रिश्चियन क्या है ? तब उन्होंने इस्लाम पर बोलते हुए कहा कि यह नंबर मोहम्मद द्वारा रचाया गया एक भोग साधने का 1400 साल पहले अरब के रेगिस्तान ओं से निकला हुआ धर्म है, और कहा कि कोई भी इस्लाम और क्रिश्चियन धर्म इस दुनिया में नहीं है सबसे पुराना धर्म सनातन है और सभी सनातन वैदिक आर्यन के वंशज हैं, सनातन धर्म के अलावा किसी भी धर्म की कोई जनानी नहीं है।

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