हरिद्वार, 20 अगस्त 2025। बुधवार को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (A.H.T.U.) टीम ने हरिद्वार सिटी क्षेत्र से एक 15 वर्षीय नाबालिग बालिका को रेस्क्यू किया। बालिका गंगा घाट के किनारे गुमसुम और मायूस अवस्था में अकेली बैठी पाई गई।
प्रारंभिक पूछताछ में बच्ची गोलमोल जवाब देती रही, लेकिन बाद में उसने बताया कि उसकी माता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है और वह अपने पिता के साथ रहती है। पिता से नाराज़ होकर वह बिना किसी को बताए रेलगाड़ी से दिल्ली से हरिद्वार पहुंच गई थी।
टीम ने बच्ची की मानसिक स्थिति और सुरक्षा को देखते हुए तत्काल उसे रेस्क्यू कर चिकित्सा परीक्षण के लिए अस्पताल पहुँचाया। इसके उपरांत बालिका को बाल कल्याण समिति, हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत कर काउंसलिंग और विधिक कार्यवाही पूरी की गई। फिलहाल बच्ची को सुरक्षित संरक्षण उपलब्ध कराया गया है और उसके परिजनों की तलाश जारी है।
इस संवेदनशील कार्रवाई में A.H.T.U. टीम हरिद्वार के अपर उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार, हेड कॉन्स्टेबल राकेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल विनीता सेमवाल, कॉन्स्टेबल दीपक चन्द और महिला कॉन्स्टेबल शशिबाला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।