हरिद्वार नगर निगम में करोड़ों की रकम से खरीदी गई जमीन के मामले में नया मोड़ सामने आ गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं तथा दोषी पाए जाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। आपको बता दे कि सचिव पेयजल रणवीर चौहान को पूरे मामले में निष्पक्ष और विस्तृत जांच अधिकारी बनाया गया है। उन्हें जल्द ही जांच करके रिपोर्ट उत्तराखंड शासन को सौंपनी होगी। गौरतलब है कि 2024 में नगर निगम हरिद्वार के पूर्व एमएनए इस वरुण चौधरी पर सराय के पास 35 बीघा भूमि को 58 करोड रुपए में खरीदने के आरोप लगे थे। कहां जा रहा था कि सस्ती जमीन को महंगे दामों में खरीद कर बड़ा गड़बड़ झाला किया गया है। जिसके बाद यह मामला चर्चाओं में था, वही यह खबर कुछ स्थानीय पत्रकारों ने पोर्टल से प्रकाशित की तो पूर्व नगर आयुक्त वरुण चौधरी ने उन्हें तथ्यहीन खबर प्रकाशित करने पर नोटिस भी जारी किया था, हालांकि हरिद्वार की नवनियुक्त मेयर किरण जैसल ने मामले में जांच कमेटी के साथ-साथ पूरे मामले को सीएम दरबार तक पहुंचाया। जिसमें मंगलवार को सीएम धामी ने जांच के आदेश देते हुए दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए हैं। देखना होगा की जांच के बाद पूरे मामले में क्या निकलकर सामने आता है। हालांकि यह मामला हरिद्वार में हर जगह चर्चा का विषय भी बना हुआ है। वहीं पूर्व नगर आयुक्त आईएएस वरुण चौधरी का कहना है कि भूमि खरीद के मामले में सर्किल रेट और सरकारी नियमों को ध्यान में रखकर पारदर्शिता के साथ पूरी प्रक्रिया को पूर्ण किया गया है। उन्होंने हरि टीवी को बताया की प्रशासक को रिपोर्ट पुट अप करने और जमीन के सर्वे करने और अनुमति के बाद ही पूरी जमीन खरीदने की प्रक्रिया को पूरा किया गया है।
हरिद्वार नगर निगम जमीन खरीद मामले में आया नया मोड़, सीएम धामी ने बैठाई उच्च स्तरीय जांच, दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई
