उत्तराखंड से इस समय बड़ी खबर अल्मोड़ा से सामने आ रही है। जहां एक बस लगभग 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें लगभग 40 से ज्यादा लोग सवार बताए जा रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बस में सवार लगभग 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
वही इस दुखद हादसे से उत्तराखंड में शोक की लहर है, सीएम धामी ने भी इस हादसे पर शोक जताया है। बताया जा रहा है कि बस गोलिखाल क्षेत्र से यात्रियों को लेकर रामनगर जा रही थी। दुर्घटनाग्रस्त बस गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की है।
बस का नम्बर UK12 PA 0061 है। बस हादसे में घायल यात्रियों को उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। नैनीताल जिले के सीएमओ हरीश पंत मोके पर मौजूद हैं तथा स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी घायलों का हाल पूछने अस्पताल पहुंचे हैं। यह दर्दनाक हादसा मार्चुला से पहले कूपी बैंड के पास हुआ। 20 से ज्यादा लोग इस हादसे में घायल बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ टीमें राहत बचाव कार्य में जुट गई है जो घायलों को स्ट्रैचर पर लाकर दुर्गम परिस्थितियों में रेस्क्यू कर रही हैं। मुख्यमंत्री धामी ने जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन एवं SDRF की टीमें घायलों को रेस्क्यू कर उपचार के लिए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचाने हेतु तेजी से कार्य कर रही हैं। आवश्यकता पड़ने पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट करने के लिए भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने मार्चुला, अल्मोड़ा में हुए बस हादसे पर सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त कुमाऊँ मंडल और डीएम अल्मोड़ा से फोन पर बात कर घटना की विस्तृत जानकारी ली है। एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुँच गई हैं।
रेस्क्यू और बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मार्चुला, अल्मोड़ा मे हुई बस दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच हेतु आयुक्त कुमाऊँ मंडल को निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बस दुर्घटना के मृतक परिजनों को 4-4 लाख रूपये और घायलों को 1-1 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
आखिर कैसे हो गया इतना बड़ा हादसा!
वहीं कुछ महीनो पूर्व चार धाम यात्रा में रुद्रप्रयाग जिले में एक टेंपो ट्रैवलर गहरी खाई में गिर गया था, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि टेंपो ट्रैवलर ओवरलोडेड था। अब सवाल यही खड़ा हो रहा है कि क्या अल्मोड़ा हादसे में भी लापरवाही बरती गई है! वही सीएम ने एक्शन लिया है और दो एआरटीओ परिवर्तन को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन अधिकारी कब अपनी जिम्मेदारी समझेंगे? आखिर कैसे इतना बड़ा हादसा हो गया यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा।