अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नवनियुक्त कार्यकारिणी का गठन 21 अक्टूबर को हरिद्वार में हुआ था। जिसका स्वागत समारोह जगह-जगह आयोजित किया जा रहा है। आज इसी क्रम में हरिद्वार के नरसिंह धाम में पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री अयोध्या चार्य जी एवं श्री महंत राजेंद्र दास जी महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी एवं महामंत्री श्री महंत राजेंद्र दास का स्वागत किया।
हरिद्वार का ह्रदय टाइम्स एवं हरि टीवी से खास बातचीत में श्री महंत रविंद्रपुरी ने कहा कि 21 अक्टूबर को हरिद्वार में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की कार्यकारिणी गठन संवैधानिक तौर पर हुआ है एवं चार संप्रदाय और अधिकतर अखाड़ों का समर्थन हमें प्राप्त है। एवं संरक्षक के रूप में अखाड़ों के वरिष्ठ गणों को शामिल किया गया है। जिसमें अध्यक्ष मुझे, महामंत्री श्री महेंद्र राजेंद्र दास को, और उपाध्यक्ष कोठारी दामोदरदास को चुना है। उन्होंने बताया कि अखाड़ा परिषद राष्ट्र के विकास के लिए और समाज से त्रुटियों को दूर करने के लिए काम करेगा। हाल ही में उत्तराखंड में आई आपदा में मारे गए लोगों एवं जम्मू कश्मीर में शहीद हुए जवानों को उन्होंने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके परिवारों के प्रति संवेदना जताई। देवभूमि उत्तराखंड में बढ़ते धर्म विशेष के लोगों के प्रभाव पर उन्होंने कहा कि सरकार इस पर चिंतन कर रही है। और जल्द ही उन्हें वहां से हटाने का काम करेगी और अगर ऐसा नहीं होता है तो संत समाज शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र उठाना भी जानता है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी, महामंत्री श्री महेंद्र राजेंद्र दास, बलराम दास हठयोगी, निर्मोही अनी अखाड़े के प्रवक्ता श्री महंत रघुवीर दास, श्री महंत विष्णु दास, महंत गोविंद दास, महंत प्रेमदास, मंहत बिहारी चरण, श्री महंत हरिदास (मालाधारी), महंत प्रमोद दास श्री महंत सूरज दास, श्री महंत राम किशोर दास, श्री ब्रह्मचारी जी आदि संत गण उपस्थित थे।