हरिद्वार 13 फरवरी 2024। बीएम डीएवी विद्यालय में वैदिक संस्कृति का देश-विदेश में लोहा मनवाने वाले तथा नारी शक्ति को यज्ञ का अधिकार दिलवाने में जिनकी महत्ती भूमिका रही ऐसे महान विभूति महर्षि दयानंद जी की 12 फरवरी 2024 को 200 वीं जयंती मनाई गई। विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों तथा प्रधानाचार्या द्वारा हवन यज्ञ कर महर्षि दयानंद जी के प्रति सम्मान प्रकट कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, प्राचार्य लीना भाटिया ने बताया कि महर्षि दयानंद जी का जन्म 12/2/1824 गुजरात के टंकारा में हुआ था उनके जीवन में वैदिक धर्म का इतना प्रभाव रहा कि इन्होंने अपना जीवन वैदिक संस्कृति और देश को समर्पित कर दिया। महर्षि दयानंद जी ने आर्य समाज की स्थापना की तथा पहली बार स्वराज शब्द का नारा इन्होंने ही दिया। उन्होंने अपने जीवन में नारी सम्मान को महत्व दिया तथा वेदों की ओर लौटो इस सिद्धांत पर आजीवन कार्य करते रहे। इस अवसर पर महर्षि दयानंद जी की जन्म भूमि टंकारा में भी तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन चल रहा है। इस कार्यक्रम में करीब 950 से अधिक डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य, संस्थाओं के पदाधिकारी शिक्षक शिक्षिकाएं पहुंच चुकी हैं तथा इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन होगा।
अन्य उपस्थित गणों में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात सरकार के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल एवं विश्व योग गुरु आचार्य रामदेव भी कार्यक्रम में संबोधन के लिए उपस्थित रहेंगे। यज्ञ के समापन के पश्चात प्राचार्या ने छात्रों और शिक्षकों को महर्षि दयानंद के बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा को अपने जीवन में धारण करने के लिए कहा।