देहरादून 29 दिसंबर 2023। बुधवार को राज्य कर विभाग द्वारा पूरे उत्तराखण्ड राज्य में बिटुमिन तथा फ्यूल ऑयल का व्यवसाय कर रही 12 फर्मों के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों के यहाँ आयुक्त, राज्य कर के निर्देशों पर गठित टीमों द्वारा जी0एस0टी0 चोरी कर रही फर्मों पर देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रूड़की, काशीपुर, हल्द्वानी और रूद्रपुर स्थित फर्मों पर कार्यवाही की गयी।
राज्य कर मुख्यालय, देहरादून द्वारा विगत कुछ दिनों से इन 12 फर्मों के लेन-देन पर निगाह रखी जा रही थी तथा फर्मों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य से बाहर स्थित फर्मों के बिलों की आड़ में बोगस आई०टी०सी० का लाभ लेकर अपनी जी०एस०टी० देयता को समायोजित किया जा रहा था। इन फर्मों द्वारा अपने व्यापार से संबंधित फर्जी संव्यवहारों को छिपाने के लिये बिल टू शिप टू का मोड्यूल का सहारा लिया जा रहा था। इन फर्मों के ई-वे बिल में प्रयुक्त वाहनों की जांच में पाया गया कि वे ई-वे बिल बनाये जाने की तिथियों के दौरान ई-वे बिल में प्रदर्शित स्थलों के मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा को पार नहीं कर रहे थे। या ई-वे बिल बनाये जाने की तिथियों के दौरान किसी अन्य स्थल के टोल प्लाजा को पार कर रहे थे। इन फर्मों के सप्लायर फर्मों की बैकवॉड चैन की जांच करने पर यह पाया गया कि ये सप्लायर फर्मों या तो अस्तित्वहीन अथवा विभाग द्वारा पंजीयन निरस्त किया गया हैं। इन में से कुछ फर्मों ऐसे माल की ट्रेडिंग दिखा रही थी, जिनको उनके द्वारा कभी खरीदा ही नहीं गया था। इन फर्मों द्वारा ऐसा विगत 04 वर्षों ( 2020-21 से 2023-24 तक) से किया जा रहा था।
प्रथम दृष्ट्या इन फर्मों द्वारा कुल ₹ 12 करोड़ से ऊपर की जी०एस०टी० चोरी का मामला प्रकाश में आया है। छापेमारी की कार्यवाही देर रात तक चली तथा छापे के दौरान फर्मों के व्यापार स्थल से टीमों द्वारा अभिलेख, लैपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाईल फोन इत्यादि जब्त किये गये हैं। जिनका विश्लेषण का कार्य गतिमान है। इन फर्मों द्वारा जांच के दौरान ही ₹1.13 करोड़ रुपये जी०एस०टी मौके पर ही जमा भी करा दिया गया है। कार्यवाही में कुल 16 टीमें गठित करते हुये 60 अधिकारियों को सम्मिलित किया गया था। आयुक्त, राज्य कर द्वारा बोगस बिलिंग या फर्जी इनपुट का लाभ उठाकर कर चोरी करने वाली अन्य फर्मों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। आयुक्त कर द्वारा समस्त करदाताओं से यह भी अपील की कि वे समय से रिटर्न दाखिल करते हुये देय कर को जमा करें तथा यदि इस संबंध में कोई समस्या हो तो हेल्पलाइन नं०- 1800120122277 से सम्पर्क कर सकते हैं।