हरिद्वार 28 नवंबर 2023। हरिद्वार गंगा नगरी के साथ-साथ आश्रम और मठ मंदिरों की भूमि भी है। वर्ष भर यहां विभिन्न उत्सवों पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होते हैं। हरिद्वार नजीबाबाद रोड स्थित गाजीवाली श्यामपुर में श्री हंस गोवत्स धाम गौशाला में चातुर्मास की समाप्ति पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत 22 नवंबर यानि मंगलवार को त्रि शक्ति यज्ञ के साथ हुई। जिसका समापन बुधवार यानी 23 नवंबर को पूर्णाहुति के साथ हुआ। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें संतों और स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर महेंद्र त्रिवेणी दास महाराज ने बताया कि अनुष्ठान सनातन संस्कृति की प्राचीन परंपरा है और ऐसे अनुष्ठान सनातन संस्कृति को मजबूत करने का काम करते हैं। उन्होंने बताया देवशयनी एकादशी से श्रीहरि निद्रा के लिए चले जाते हैं। इस बीच सृष्टि के पालन का दायित्व महादेव पर होता है।
इसके बाद कार्तिक मास में आने वाली देवउठनी एकादशी में उनका शयनकाल समाप्त होता है और वो फिर से सृष्टि पालन का जिम्मा संभालते हैं। अंत में उन्होंने कहा कि सनातन को मजबूत करने के लिए हम ऐसे अनुष्ठान आगे भी आयोजित करते रहेंगे।
चातुर्मास की समाप्ति पर श्री हंस गोवत्स धाम गौशाला में विशाल भंडारे का आयोजन
