त्याग, तपस्या व सेवा की प्रतिमूर्ति थे साकेतवासी महंत रामकुमार दास – महंत गंगेश्वरानन्द दास

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हरिद्वार 24 नवम्बर 2023। महामंडलेश्वर महंत रामकुमार दास की प्रथम पुण्य तिथी के अवसर पर भूपतवाला स्थित श्री अयोध्या धाम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए श्री अयोध्या धाम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष गंगेश्वरानन्द दास महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव साकेतवासी महामंडलेश्वर महंत रामकुमार दास महाराज त्याग, तपस्या व सेवा की प्रतिमूर्ति थे। पूज्य गुरूदेव से प्राप्त ज्ञान व शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए संत सेवा व मानव कल्याण में योगदान करना ही उनका लक्ष्य है। स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि साकेतवासी महामंडलेश्वर महंत रामकुमार दास ने धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करते हुए आमजन में आध्यात्मिक चेतना जगाने के साथ विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से मानव कल्याण में भी अहम योगदान किया। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी ने कहा कि समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ देश को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों ने हमेशा ही अहम भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में साकेतवासी महामंडलेश्वर रामकुमार दास का अविस्मरणीय योगदान रहा है। महंत नारायण दास पटवारी व महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि त्यागमयी जीवन व्यतीत करते हुए आध्यात्मिक गुरू के रूप में समाज का मार्गदर्शन करने वाले साकेतवासी महामंडलेश्वर रामकुमार दास संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे। इस अवसर पर बाबा हठयोगी, महंत विष्णुदास, महंत बिहारी शरण, महंत निर्मल दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत जयेंद्र मुनि, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, महंत राजेंद्र दास, महंत नारायण दास पटवारी, महंत प्रमोद दास, महंत गंगादास, महंत दुर्गादास, महंत प्रह्लाद दास, संत घनश्याम दास, स्वामी राजूदास, विजय सारस्वत सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष व श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

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