हरिद्वार 27 अक्टूबर 2023। सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर है और इसके नए-नए उदाहरण रोजाना सामने आ रहे हैं। ताजा मामला हरिद्वार से जुड़ा है जहां विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए चकबंदी विभाग के एक लेखपाल को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि लेखपाल फसल की मुआवजा राशि देने की आवाज में रिश्वत ले रहा था। विजिलेंस द्वारा हरिद्वार तथा अन्य जनपदों में पूर्व में कई भ्रष्ट कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है और यह अभियान लगातार चल रहा है वहीं उत्तराखंड सतर्कता विभाग की ट्रैप टीम को एक शिकायत मिली थी जिस पर संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की गई।
विजिलेंस के अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल ने शुक्रवार शाम बताया कि एक शिकायतकर्ता ने शिकायत की, कि उसके पास गांव में 18 बीघा जमीन के अलावा, अन्य गांव डौसनी में ही सुरेश कुमार यादव, निवासी सी-127 सुभाष नगर, रूडकी (हरिद्वार) तथा उनकी पत्नी सरोज बाला की लगभग 24 बीघा जमीन है। जहां वह खेती करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं आपको बता दें कि इस वर्ष अतिवृष्टि होने के कारण हरिद्वार जनपद में फसलों को भारी नुकसान हुआ है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने गांव में जाकर जायजा भी लिया था।
अतिवृष्टि के कारण सुरेश की बर्बाद हो गई और जमीन की बटाई के बदले में प्रतिवर्ष फसल पर वह किराये की रकम देता है। फसल बर्बाद होने के कारण मुआवजे की आस लगाए बैठे सुरेश के प्रार्थना पत्र के आधार पर एसडीएम, लक्सर तथा नायब तहसीलदार, लक्सर से 13 सितंबर को इस सम्बन्ध में आदेश दिए। लेकिन मुआवजा देने वाले लेखपाल ने सुरेश से ₹7000 की रिश्वत की डिमांड की। जिस पर सुरेश ने रिश्वत न देने का प्लान बनाकर विजिलेंस से रिश्वत लेते हुए लेखपाल को गिरफ्तार करवाया। वहीं एक जागरूक नागरिक होने का भी परिचय सुरेश ने समाज को दिया है।