हरिद्वार 21 जुलाई 2023। हरिद्वार जनपद में गाड़ियों पर ग़लत तरीके से एडवोकेट लिखकर घूमने वालों की अब खैर नहीं है। जिला बार एसोसिएशन व जिला सत्र न्यायालय हरिद्वार के विश्व बंधु बाली (अध्यक्ष),अनुराग चौधरी (सचिव) विपिन द्विवेदी (उपाध्यक्ष) लोकेश दक्ष (उपाध्यक्ष) अमित कश्यप (कोषाध्यक्ष) रजत जैन (आय-व्यय निरीक्षक) जिशांत धीमान (पुस्तकालय अध्यक्ष) अनिरुद्ध शर्मा एवं समस्त कार्यकारिणी सदस्य ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए वकीलो को पास जारी कर दिया है और इस मामले में उन्होंने जनपद के पुलिस कप्तान अजय सिंह से वीरवार को मुलाकात की और उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने का आग्रह किया।
वही वकीलों के आग्रह पर अजय सिंह द्वारा बार एशोसिएशन की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए सम्बन्धित पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि उक्त स्टीकर के दुरुपयोग की दशा में उल्लंघनकर्ता के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
प्रेस लिखी गाड़ियों की हरिद्वार में बाढ़, कारवाई कब?
जहां एक और हरिद्वार में जिला बार एसोसिएशन ने ग़लत तरीके से गाड़ियों पर एडवोकेट लिखे जाने पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी से मुलाकात की और कारवाई की मांग की, तो वहीं दूसरी और हरिद्वार शहर में प्रेस लिखी गाड़ियों की बाढ़ सी आ गई है। हरिद्वार में अब जगह जगह आप प्रेस लिखी हुई गाड़ियां देख सकते है। जबकि वास्तविकता में ऐसे व्यक्तियों का दूर-दूर तक पत्रकारिता के सरोकार से कोई लेना देना नहीं है। या यूं कहें कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का ऐसे व्यक्ति गलत तरीके से अपने निजी काम काज के लिए फायदा उठा रहे है।
क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार?
वही इस पूरे मामले पर जब हरि टीवी ने वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखौला से बात की तो उन्होंने कहा कि हम कई दशक से ऐसी गाड़ियों पर कार्रवाई का आग्रह कर रहे हैं और हरिद्वार में लगभग 50 साल से जितने भी पुलिस कप्तान आए हमने सब से ऐसे मामलों पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की बात कही है। लेकिन आज तक पुख्ता तौर पर गाड़ियों पर लगाम नहीं लग पाई। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अधिकांश गाड़ियों पर आप प्रेस लिखा हुई देख सकते हैं जबकि ऐसे व्यक्तियों का सामाजिक मुद्दों, जनता के हित एवं सरकार की योजनाओं की खबरों से या पत्रकारिता जगत से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने हरिद्वार पुलिस कप्तान अजय सिंह से हरिद्वार जनपद में फर्जी प्रेस लिखकर घूम रही गाड़ियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
हरिद्वार के एक और वरिष्ठ पत्रकार ओम गौतम फक्कड़ ने इस पूरे मामले को पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मैं लगातार इस मामले पर कार्रवाई की मांग करता आया हूं और कुछ महीने पूर्व मैंने हरिद्वार के पूर्व सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह को फर्जी पत्रकारों की जांच एवं फर्जी तरीके से प्रेस लिख कर घूम रही गाड़ियों पर कार्रवाई की मांग भी की थी। लेकिन कुछ समय बाद ही उनका तबादला यहां से हो गया। उन्होंने कहा कि समाज में कुछ लोग पत्रकारिता को कलंकित करने का काम कर रहे हैं और पत्रकारिता के आड़ में गलत धंधों में शामिल होकर शहर और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बदनाम और कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज समय आ चुका है कि पुलिस को ऐसे फर्जी पत्रकारों एवं गाड़ियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि हरिद्वार से एक अच्छा संदेश जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हरिद्वार में यूं तो कहने के लिए पत्रकारों के तमाम संगठन है लेकिन पत्रकारों से जुड़े हुए मुद्दे को उठाने में कोई भी बात रखता हुआ नजर नहीं आता। चाहे बात पत्रकारों की सुरक्षा की हो उनके स्वास्थ्य की या फिर फर्जी पत्रकारों से जुड़े हुए मुद्दों की। उन्होंने हरिद्वार के तेजतर्रार पुलिस कप्तान अजय सिंह से आशा व्यक्त की है कि वह जल्द ही एडवोकेट के साथ-साथ हरिद्वार में प्रेस लिखी गाड़ियों की जांच करेंगे एवं उन पर कार्रवाई करेंगे।