देहरादून 24 अप्रैल 2023। उत्तराखंड की तहसीलों में भ्रष्टाचार चरम पर है। छोटे-छोटे काम कराने के भी सरकारी मुलाजिम पैसे मांगने लगे हैंं। हाल ही के दिनों में हुई गिरफ्तारियों से भी सरकारी नौकर ने ही सबक ले रहे हैं और न ही अपनी हरकतों से बाज आ रहे हैं। आज भी देहरादून के विकासनगर तहसील में हुई एक गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया। वारिसान चढ़ाने के नाम पर पीड़ित से ₹10000 की रिश्वत मांगने वाले सर्वे लेखपाल को रंगे हाथ पैसे लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
शिकायतकर्ता द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उसके पिता द्वारा वर्ष 1991 में बंसीपुर हरबर्टपुर में दो जमीनें खरीदी गई थी। जो उनके नाम दर्ज थी, लेकिन उनकी मृत्यु दिनांक 14 अगस्त 1996 को हो गई थी। परंतु दोनों जमीनों में अभी तक शिकायतकर्ता के परिवार सदस्यों के नाम वारिसान के रूप में दर्ज नहीं किए हैं।
तकरीबन 1 महीने पहले शिकायतकर्ता ने वारिसान में नाम दर्ज कराने के लिए क्षेत्र के पटवारी ओम प्रकाश ऐटनबाग क्षेत्र को 12 अप्रैल 2023 को शिकायतकर्ता ने अपने बड़े भाई कमल नहीं के नाम से एक प्रार्थना पत्र और बताए गए कागजात को दिए और जमीनों में वारिसान मे नाम चढ़ने को कहा तो ओमप्रकाश ने उससे 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता के इस गंभीर आरोपों का संज्ञान पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून रेनू लोहनी ने लिया और गोपनीय रूप से जांच करायी गयी। जांचोपरान्त लगाये गये आरोग प्रथम दृष्टया सही पाए गये। जिस पर एक त्वरित ट्रैप टीम का गठन किया गया।
आज यानी सोमवार को ट्रैप टीम द्वारा सर्वे लेखपाल ओमप्रकाश पुत्र बृजलाल निवासी केदारपुरम देहरादून तैनाती सर्वे लेखपाल ऐटनबर्ग क्षेत्र तहसील विकासनगर को ट्रैप टीम ने लगभग 1:30 बजे ₹10000 की रिश्वत शिकायतकर्ता से लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
मामले में थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो0 अधि0 2018) मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन हेतु निदेशक सतर्कता द्वारा नगद पारितोषिक से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है।