देहरादून 7 अप्रैल 2023। शुक्रवार को देहरादून के सिवनी क्षेत्र में एक चार मंजिला मकान में सिलेंडर फटने से भीषण आग लग गई जिसमें 4 बच्चों की दर्दनाक मृत्यु हो गई। क्षेत्र की जनता ने आग लगने की सूचना फायर यूनिट को दी थी लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड में पानी की कमी होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और इससे स्थानीय जनता भड़क गई।
आनन-फानन में उत्तराखंड से सटे हिमाचल प्रदेश के रोहडू गांव से अग्निशमन को बुलाया गया और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया। सूचना पर थाना त्यूणी, मोरी तथा हिमांचल प्रदेश से पुलिस बल तथा त्यूणी व मोरी फायर स्टेशन से दमकल के वाहन मौके पर पहुँचे। चूंकि उक्त मकान लकड़ी का बना हुआ था, जिसमें गैस सिलेंडर फटने के कारण दमकल के वाहनों के पहुंचने तक आग द्वारा वीभत्स रूप धारण कर लिया गया था।
वीरवार की शाम राजधानी देहरादून के दूरस्थ गांव त्यूणी में सिलेंडर फटने से आग लग गई जिससे आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई स्थानीय लोगों ने आग को बुझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह असफल रहे। आग लगने की सूचना थाना त्रिवेणी और फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई लेकिन मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम पर आरोप है कि फायर यूनिट की गाड़ी में पानी ही नहीं था जिससे स्थानीय जनता और भड़क उठी।
चौकी मकान लकड़ी का बना हुआ था तो आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया और इसकी आगोश में आए तीन बहनों के 4 बच्चों की मृत्यु हो गई। घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख व्यक्त किया है और घटना की डीएम ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दे दिए हैं। स्थानीय लोग उत्तराखंड सरकार को प्रदेश से सटे हिमाचल से सीख लेने की बात भी करते हुए नजर आए। क्योंकि कि अग्निशमन में पानी ना होने के कारण हिमाचल के रोहडू गांव से फायर ब्रिगेड की गाड़ी को मंगवाया गया जिसने आग बुझाने का काम शुरू किया। भवन में अत्यधिक धुआं होने के कारण राहत व बचाव कार्य में मुश्किल आ रही थी। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य फायर सर्विस, एसडीआरएफ व पुलिस द्वारा लगातार जारी है। उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
यदि उक्त घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी प्रकार की कोई देरी अथवा लापरवाही प्रकाश में आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। जनता से पुलिस ने अपील की है कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखें व पुलिस प्रशासन का राहत व बचाव कार्य में सहयोग करे।