ऋषिकेश एम्स में सीबीआई की छापेमारी से मचा हड़कंप, अधिकारियों से हो रही पूछताछ

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उत्तराखंड में सीबीआई ने एक बार फिर दस्तक दे दी है ऋषिकेश स्थित एम्स हॉस्पिटल में शुक्रवार सुबह सीबीआई की लगभग 7 से 8 सदस्य टीम ने छापेमारी की। जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि इससे पूर्व अप्रैल 2022 में सीबीआई ने एम्स में छापेमारी की थी। तब पांच अधिकारियों समेत आठ पर नामजद मुकदमे दर्ज हुए थे। वहीं सीबीआई की टीम आज दस्तावेजों की जांच के साथ अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि ऋषिकेश एम्स में चिकित्सक उपकरण मेडिकल स्टोर आवंटन कंकाल और दवाइयों की खरीद फरोख्त में गड़बड़ी के बाद सीबीआई को जांच द गई थी  इसके बाद सीबीआई ने कार्यवाही करते हुए एम्स प्रशासन के 5 बड़े अधिकारियों समेत आठ पर मुकदमा दर्ज किया था।

सीबीआई के डीसीपी की अगुवाई में लगभग 7 सदस्य टीम शुक्रवार सुबह ऋषिकेश स्थित एम्स पहुंची जहां उन्होंने दस्तावेजों की जांच शुरू करने के साथ ही अधिकारियों से पूछताछ भी की। वही एम्स परिसर में इसकी सूचना लगते ही हड़कंप मच गया और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। अब यह तीसरी छापामारी है। 2017-18 में एम्स ने स्वीपिंग मशीन खरीदी थी, जिसमें 2.41 करोड़ की धांधली की जांच चल रही है। दूसरी कंपनी एक करोड़ में यह मशीन दे रही थी।

इन अधिकारियों पर है मुकदमे दर्ज

माइक्रोबायोलाजी विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त प्रोफेसर बलराम जी ओमर, एनाटामी विभाग के तत्कालीन अध्यक्ष प्रोफेसर बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर अनुभा अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत, लेखाधिकारी दीपक जोशी और प्रो – मेडिक डियाईसेस के स्वामी पुनीत शर्मा को नामजद किया गया था।

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