पूरे देश को हिला देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड में अब तक वीआईपी का नाम उजागर न होने पर प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। कभी कांग्रेस तो कभी यूकेडी तो कभी सोशल मीडिया पर आम नागरिक वीआईपी के बारे में सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। तो वहीं दूसरी और एडीजी कानून एवं अपराध वी मुरुगेशन द्वारा प्रेस वार्ता करते हुए अंकिता भंडारी मामले पर एक बड़ी बात कही गई। पुलिस अब तीनों मुख्य आरोपियों का नारको टेस्ट कराने जा रही है जिससे कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी का नाम सार्वजनिक हो सके। वहीं वनंतरा रिसॉर्ट में कार्यरत युवती की हत्या के मामले में एसआइटी 10 दिन के अंदर आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर सकती है। देहरादून स्थित पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एडीजी कानून एवं अपराध ने बताया कि 10 दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी और साथ ही कोर्ट से मुख्य आरोपियों का नारको टेस्ट कराने की इजाजत भी मांगी जाएगी। उन्होंने बताया कि हत्या, साक्ष्य मिटाने, आपराधिक षड्यंत्र, अनैतिक कार्य के लिए दबाव डालने के तहत चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

सूत्रों की मानें तो इस मामले में एसआइटी ने काफी इलेक्ट्रानिक व फोरेंसिक साक्ष्य जुटा लिए हैं। हालांकि, चंडीगढ़ लैब भेजे गए साक्ष्यों में से एक-दो की रिपोर्ट अब तक एसआइटी को नहीं मिल पाई हैं। आरोप पत्र दाखिल करने के लिए एसआइटी इन्हीं रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
