हरिद्वार 2 दिसंबर 2022। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धर्मांतरण पर कानून बना कर इतिहास रच दिया है। लंबे समय से प्रदेश की जनता इसकी मांग कर रही थी और मुख्यमंत्री ने अपने दूसरे कार्यकाल में विधेयक पास करके एक नजीर पेश की है। सीएम धामी को जनता के समर्थन के साथ-साथ संतो का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रविंद्रपुरी के बाद अब भारत माता मंदिर के महंत एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि ने भी मुख्यमंत्री धामी की इस पहल को सराहनीय और जनता हित में बताया है। हरि टीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि सीएम धामी ने यह बहुत अच्छा कार्य किया, पूरी दुनिया जो है हमारे देश को धर्म के नाम पर तोड़ने के चक्कर में लगी हुई है और यह बहुत अच्छा कानून हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री ने बनाया और उत्तर प्रदेश से भी सख्त कानून देवभूमि उत्तराखंड में बना। उन्होंने कहा उत्तराखंड पहला राज्य है जहां यह कानून बना और 12 साल की सजा बताई गई है। यह बहुत अच्छा कार्य किया गया है जो हमारे हिंदू धर्म को बहुत ज्यादा फायदा होगा। देवभूमि देवी देवताओं की ऋषि मुनियों की भूमि है उत्तराखंड के लिए यह बहुत अच्छी बात मैं प्रधानमंत्री मोदी का भी धन्यवाद करता हूं।
उत्तर प्रदेश से भी सख्त धर्मांतरण कानून अब उत्तराखंड में – म०म० ललितानंद गिरि
