हरिद्वार 31 अक्टूबर 2022। पवित्र पावन मां गंगा भागीरथी के भूपतवाला क्षेत्र स्थित घनश्याम भवन आश्रम में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन अध्यक्ष एवं महंत किशनदास महत्यागी जी महाराज के सानिध्य में बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ संत महापुरुष एवं भक्त गणों की उपस्थिति में मनाया गया।
अन्नकूट महोत्सव 29 अक्टूबर को अखंड रामायण पाठ श्रीरामचरितमानस के साथ प्रारंभ हुआ और 30 अक्टूबर को रामायण के सुंदरकांड पाठ के साथ समापन हुआ।
इस शुभ अवसर पर रामायण भोग आरती का दोपहर 12:00 बजे संत महापुरुषों की उपस्थिति में आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालु भक्त संत एवं महंत गण उपस्थित रहे सभी का स्वागत एवं धन्यवाद घनश्याम भवन के अध्यक्ष एवं महंत किशन दास बैरागी जी महाराज ने किया।
महंत किशन दास त्यागी महाराज ने बताया है कि अन्नकूट महोत्सव में पंचपुरी हरिद्वार के साथ साथ ऋषिकेश के अनेक आश्रमों के संत -महंत, श्री महंतों ने भाग लिया।
अन्नकूट महोत्सव के आयोजन के अवसर पर विशाल संत भंडारे का आयोजन भी हुआ जिसमें सर्वश्री महामंडलेश्वर महंत रामेश्वर दास जी महाराज श्री वैष्णव मनोकामना मंदिर मायाकुंड ऋषिकेश, महंत ईश्वरदास महाराज, महंत प्रेमदास महाराज नीलेश्वर महादेव, महंत सूरज दास, महंत श्याम दास के अलावा प्राचीन राम मंदिर, गोकुलधाम आदि अनेक आश्रमों के पुजारी एवं महंतगण भंडारे में शामिल हुए।
संगीतमय पाठ आचार्य करुणेश मिश्रित ज्वालापुर के सानिध्य में संपन्न किया गया। संगीत में सुंदरकांड पाठ से पूर्व श्रीरामचरितमानस रामायण का पाठ भी विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा संपन्न किया गया।
वार्षिक अन्नकूट महोत्सव समारोह में संत महंत महापुरुषों के साथ-साथ हरिद्वार भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी एडवोकेट, युवा भाजपा नेता विदितशर्मा भूपतवाला सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। घनश्याम भवन में स्थित मनमोहक भगवान की सभी मूर्तियों को बहुत अच्छी तरह से सजाया गया था उनके दर्शन करने से ही श्रद्धालु भक्त झूम उठे।
समारोह में आए हुए भक्त जनों को संबोधित करते हुए घनश्याम भवन के अध्यक्ष महंत किशनदास महत्यागी ने कहा छप्पन भोग का भगवान को अर्पण करना हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति का अटूट हिस्सा है।
यह अन्नकूट महोत्सव हमें अपने सनातन धर्म की देह आशिक ऐतिहासिक प्राचीन युग की परंपररा एवं विरासत को वर्तमान के डिजिटल युग में और अधिक सार्थक बनाने के साथ हमें यह अपने हिंदू धर्म के प्रति जागरूक करते हुए दायित्व का बोध भी कराता है। उन्होंने सभी श्रद्धालु भक्तों को शुभकामनाएं और आशीर्वाद प्रदान किया।