देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री की दोबारा ताजपोशी के बाद पुष्कर सिंह धामी लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं। भ्रष्टाचार पर सीएम धामी सख्त दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में सीएम धामी ने भ्रष्टाचार में लिप्त कई अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है।
अब एक और मामला में सूर्याधार बैराज निर्माण में अनियमितता का
मामले में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डीके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने सूर्यधार बांध परियोजना में शेड्यूल रेट से 20 प्रतिशत अधिक दर पर कार्य कराने और निर्माण की लागत 12 करोड़ रुपये अधिक आने पर भी सवाल उठाए थे।
उनका कहा कि खुद सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज बांध परियोजना में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर चुके हैं और सचिव सिंचाई को विशेष जांच के आदेश भी दे चुके थे।
सूर्यधारा झील के महत्वपूर्ण तथ्य
सूर्यधारा झील की लंबाई 550 मीटर है ।
सूर्यधारा झील 28 मीटर ऊंची है ।
सूर्यधारा झील 10 (दस) मीटर गहरी है ।
सूर्यधारा झील की जल क्षमता 77,000 क्यूबिक मीटर है।
सूर्यधारा झील को बनाने में 64 करोड़ रुपयें की लागत आई थी ।
इस झील का नामकरण गणेश दत्त नैथानी भाजपा के वरिष्ठ नेता के नाम पर किया गया है ।