देहरादून 4 अक्टूबर 2022। उत्तराखंड में मंगलवार का दिन पर्वतारोही प्रशिक्षणार्थियों के परिवार जनों पर दुखों का पहाड़ बनकर टूटा। उत्तरकाशी के द्रौपदी डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी के 34 प्रशिक्षार्थि और 7 प्रशिक्षक फंस गए और कुछ लोगों के बर्फ में दबे होने की खबर भी आने लगी।
सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर राजनाथ सिंह ने सीएम धामी को केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वासन दिया।
सीएम धामी ने बताया कि प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, भारतीय वायुसेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
लेकिन शाम होते-होते दुखद खबर सामने आई। मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमस्खलन में 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं और बाकी गायब लोगों की तलाश जारी है और मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।
तो वहीं उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक अब तक 4 लोगों के शव बरामद हुए हैं। सर्च अभियान देर शाम तक भी जारी रहा लेकिन दुर्गम क्षेत्र और अंधेरे के कारण सर्च ऑपरेशन फिलहाल रोक दिया गया है।
एन आई एम उत्तरकाशी के मुताबिक नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के 34 प्रशिक्षु और 7 पर्वतारोहण प्रशिक्षक डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर को बेसिक/एडवांस कोर्स के प्रशिक्षण के लिए गए थे। इसी दौरान वहां से लौटते समय वे एवलांच की चपेट में आ गए। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में डोकरानी बामक ग्लेशियर में आज भयानक एवलांच आया है।
निम कर्नल अजय बिष्ट ने बताया कि इस दौरान नौ पर्वतारोहियों के शव बरामद हुए हैं। वहीं, 32 पर्वतारोही अभी भी लापता हैं। वहीं डीएम अभिषेक रूहेला ने बताया कि मौसम खराब होने की वजह से अभी रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है।
आपको ज्ञात होगा कि हाल ही में केदारनाथ धाम में भी अब लांच की लगभग दो-तीन घटनाएं देखने को मिलेगा हालांकि वहां किसी के जान माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं थी।