हरिद्वार 1 अक्टूबर 2022। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग द्वारा 2021 में आयोजित हुई ऑनलाइन वन दरोगा की भर्ती में गड़बड़ी सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसटीएफ को जांच के आदेश दिए थे। जहां एक और वीडिओ और भी वीपीडीओ पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने लगभग 40 लोगों की गिरफ्तारी की और अभी भी मामले में जांच जारी है। तो वहीं प्रदेश में हुई अन्य भर्तियों और परीक्षाओं में गड़बड़ी को संज्ञान में लेने के बाद जांच चल रही है।
ऑनलाइन वन दरोगा भर्ती मामले में गड़बड़ी के बाद मुख्यमंत्री धामी ने एसटीएफ को जांच के निर्देश दिए थे और एसटीएफ ने प्राथमिक कार्रवाई करते हुए शक के घेरे में आए छह लोगों पर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया था। वही अब इस मामले में एसटीएफ को एक महत्वपूर्ण कड़ी हाथ लगी है, एसटीएफ ने हरिद्वार से सचिन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर आरोप है कि इसने धांधली से जुड़े परीक्षा केंद्र में बैठने वाले परीक्षार्थियों की जानकारी दलालों को दी थी।
मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती जांच के दौरान पाया गया कि अभ्यर्थियों का समान परीक्षा लॉग है। आपको बता दें कि एसटीएफ ने इस मामले को लेकर साइबर थाने में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन विधिक राय लेने के बाद यह बात सामने आई कि इसमें आईटी एक्ट के तहत कार्यवाही नहीं हो सकती है जिसके बाद मुकदमे को रायपुर थाने में ट्रांसफर कर दिया गया। इस केस में कुल नौ आरोपी नामजद हैं। इसमें सचिन कुमार निवासी तेलीवाला, शिवदासपुर, हरिद्वार भी नामजद था। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक इस मामले में एसटीएफ ने शुक्रवार को सचिन कुमार को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। सचिन की गिरफ्तारी के बाद हरिद्वार मेंं नकल माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है और कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ अन्य लोग भी एसटीएफ के रडार पर हैं जिनकी गिरफ्तारी भी जल्द ही हो सकती है। पूछताछ में उसने बताया कि वह हरिद्वार में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कराता था और उसने परीक्षार्थियों के बैठने की जानकारी दलालों को देने के साथ-साथ परीक्षा केंद्रों में नकल कराने के समय भी मौजूद था। इसके लिए उसे मोटी रकम मिली थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
कब हुई थी परीक्षा
बता दें बीते साल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा 2021 का आयोजन किया गया था। कुल 316 पदों के लिए 16 सितंबर से 25 सितंबर तक 18 शिफ्टों में यह परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा मैमर्स एनएसईआईटी लिमिटेड एजेंसी के माध्यम से विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। एग्जाम में अनियमितता को लेकर एसटीएफ को जांच सौंपी गई है। जिसके बाद 6 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था।