हरिद्वार 13 सितंबर 2022। हरिद्वार में शराब कांड के शोरगुल के बीच पंचायत चुनाव में एक और बवाल उठ खड़ा हुआ है। एक तरफ जहां शराब कांड की मजिस्ट्रियल जांच जारी है और अब तक लगभग 10 लोगों की मृत्यु हो गई है लेकिन शासन आठ लोगों की पुष्टि कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आधी रात को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं बसपा के प्रत्याशी सुभाष वर्मा समेत नौ के नामांकन निरस्त होने पर बवाल मच गया। वही नामांकन निरस्त होने से चुनाव अधिकारी के निर्णय पर सवाल उठ रहे हैं।
दो पत्नियां होने पर आई आपत्तियों के कारण बसपा के प्रत्याशी सुभाष वर्मा का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। उनके अलावा आठ प्रत्याशियों के नामांकन भी निरस्त किए गए हैं। वहीं बसपा के पूर्व मंत्री एवं प्रदेश प्रभारी गया चरण दिनकर ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह पंचायत चुनाव को प्रभावित करना चाहती है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और बसपा के प्रत्याशी सुभाष वर्मा समेत नौ प्रत्याशियों का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया है।
रात 12:00 बजे के बाद निरस्त किए गए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पर्चे पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जबकि बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि वह पूर्व में भी दो पत्नियां होने पर वह चुनाव लड़ चुके हैं। उधर, जब पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष का नामांकन पत्र निरस्त करने पर डिप्टी कलेक्टर और चुनाव अधिकारी ब्रजेश तिवारी से पूछा गया तो वह कोई उत्तर नहीं दे पाए। सुभाष भगवानपुर ब्लॉक की आदमपुर सीट से बसपा प्रत्याशी बनाए गए थे, लेकिन उनका नामांकन पत्र निरस्त होने पर अब उनके बेटे नवनीत चौहान को बसपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है।