हरिद्वार 31 अगस्त। उत्तराखंड में विधानसभा भर्ती घोटाले के साथ-साथ प्रदेश में अन्य भर्तियों में हुए पेपर लीक मामले की चर्चा प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में होने लगी है और इससे कहीं ना कहीं उत्तराखंड की छवि को भी पूरा देश में धब्बा लगा है। वहीं सूत्रों के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने 2021 में उत्तराखंड विधानसभा भर्ती के तहत नियुक्ति करने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को तलब किया है।
तो अब एक और सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। हालांकि हरि टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। लेकिन इसमें भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे अरविंद पांडे का लेटर वायरल हो रहा है जो भाजपा की पिछली सरकार में शिक्षा मंत्री भी थे।
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जिसमें उनके द्वारा लगाए गए अपने रिश्तेदारों और करीबियों को किस तरह से उत्तराखंड में अलग-अलग जनपद के इंटर कॉलेज और विघालयो में नियुक्ति दी गई। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस पत्र ने शिक्षा विभाग में हुई नियुक्तियों पर भी संदेह खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या छात्रों की मांग पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हर भर्ती फर सीबीआई को जांच सौंपते हैं या ये भी और मामलों की तरह यूं ही दब कर रह जाएगा।
नोट : वायरल सूची में लिखे हुए अन्य बिंदुओं की हम पुष्टि नहीं करते हैं।
वहीं दूसरी ओर एक और आदेश सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ है जिसमें वर्तमान में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य 4 लोगों को सीधा नियुक्ति के आदेश दे रही है और सभी युवक उत्तरकाशी जनपद के हैं।
उत्तराखंड में हर भर्ती और हर पेपर पर अब छात्रों को संदेह खड़ा हो रहा है और धीरे-धीरे यहां के युवाओं की उम्मीद भी सरकारी भर्तियों से टूटती जा रही है। चूंकि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में अब तक 30 गिरफ्तारियां हो चुकी और मामला उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और गोवा से जुड़ गया है।
दूसरी तरफ जिस तरह से यहां युवाओं के साथ खिलवाड़ हुआ यह कहीं ना कहीं यह जघन्य अपराध है और हरि टीवी भी छात्रों द्वारा सरकार से सन 2000 के बाद सभी भर्तियों की उच्चतम न्यायालय के अधीन सीबीआई जांच की मांग का समर्थन करता है और दोषी पाए जाने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करता है।