ब्रेकिंग : हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने 11 अवैध निर्माण/कॉलोनियों की सील

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हरिद्वार। जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण विनय शंकर पाण्डेय के आदेशों के क्रम में हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा लगातार कई अवैध सम्पत्तियों को सील करने, अवैध निर्माण को ढहाने तथा अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई जारी है। उसी सिलसिले में बुधवार को 11 अवैध निर्माण/कालोनियों को सील करने की कार्रवाई की गयी।

प्रभारी सचिव हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण/अधिशासी अभियन्ता शमाधवानन्द जोशी ने बताया कि आज दिनांक-29-06- 2022 को निम्न 11 निर्माणो/कालोनियो पर कार्यवाही की गयीः-

1. पुनीत , राजागार्डन , जमालपुर रोड जगजीतपुर हरिद्वार द्वारा किये गए दुकान का निर्माण।

2. नईम अंसारी , जियापोता जमालपुर रोड हरिद्वार द्वारा किया गया व्यवसायिक निर्माण।

3. राजेश कुमार अनेजा , दयाल एन्कलेव , जियापोता मार्ग , जमालपुर कलां, हरिद्वार द्वारा विकसित की गई अनाधिकृत कालोनी।

4. जोगेन्द्र कुमार पुत्र श्री राम सिंह निकट लक्की विहार , जमालपुर-जगजीतपुर रोड, जगजीतपुर , हरिद्वार द्वारा विकसित की गई अनाधिकृत कालोनी।

5. सोनू चौहान, जमालपुर रोड , जगजीतपुर हरिद्वार द्वारा की गई अवैध रूप से विकसित कालोनी।

6. सपना विष्णु विहार जमालपुर रोड जियापोता हरिद्वार द्वारा किए गए अवैध रूप से विकसित कालोनी को पुनः सील किया गया।

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7. संजय भाटिया , ग्राम-गाडोवाली , विष्णु विहार के बराबर में जमालपुर रोड जियपोता हरिद्वार द्वारा किए गए अवैध रूप से विकसित कालोनी।

8. प्रतीक अग्रवाल,ग्राम-गाडोवाली , जमालपुर रोड जियपोता हरिद्वार द्वारा किए गए अवैध रूप से विकसित कालोनी।

9. राहुल पाठक , कृष्णा विहार के निकट, जमालपुर-जियापोता रोड, हरिद्वार द्वारा विकसित की गई अनाधिकृत कालोनी।

10. बल सिंह सैनी व विनोद कुमार जियापोता हरिद्वार द्वारा विकसित की गई अनाधिकृत कालोनी ।

11. समृद्धि एनकलेव जमालपुर-जियापोता रोड, हरिद्वार में विकसित कालोनी को पुनः सील किया गया।

उक्त निर्माणों / कॉलोनियों को सहायक अभियन्ता पंकज पाठक, प्राधिकरण अधिवक्ता गोपाल शर्मा, अवर अभियंता त्रिपन सिंह पंवार व् स्टाफ के साथ सील किया गया।

जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष एचआरडीए ने कहा है कि भविष्य में जो भी अवैध प्लाटिंग/अवैध निर्माण आदि में लिप्त पाये जायेगे, उनके खिलाफ इसी तरह नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।

पहले होता है अवैध निर्माण फिर लगती है सील

हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण अपने आप में ही एक अनसुलझी कहानी हैं क्योंकि ऐसे बहुत से मामले पिछले कुछ वर्षों में सामने आए हैं जिसमें हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण संदेह के घेरे में खड़ा हुआ है और उस पर कई गंभीर आरोप भी लगे हैं। चाहे पतंजलि का बिना एनओसी के बिल्डिंग खड़ा करना या और भी हरिद्वार में ऊंची ऊंची इमारतों का बिना नक्शे और एनओसी के निर्माण हो जाना। यह सब दिखाता है कि कैसे हनक और पावर वाले लोगों के खिलाफ प्राधिकरण नतमस्तक है और सिर्फ मध्यम और निचले तबके के लोगों के खिलाफ कार्रवाई होती है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब निर्माण 50% से ज्यादा पूरा हो चुका होता है तो अधिकांश अवैध निर्माणों पर प्राधिकरण तब कार्रवाई करता है् तो हरि टीवी यह सवाल खड़ा करता है कि जब निर्माण शुरू होता है उस समय प्राधिकरण कहां चला जाता है? अब इसका जवाब आप खुद समझ सकते हैं कि कितनी कर्तव्य और निष्ठा से सरकारी विभाग हरिद्वार में कार्य कर रहे हैं।

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