पूरे 2 साल के बाद 2022 में चावल धाम यात्रा पहले की तरह सोचा रुप से शुरु हुई है लेकिन यात्रा शुरू होने के साथ-साथ थी चार धाम यात्रा में हुई लोगों की बड़ी तादाद मृत्यु एवं बड़ी तादाद में पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है और इतना ही नहीं चार धाम यात्रा से आ रही ओवरचार्जिंग एवं ओवर रेटिंग की शिकायतों नेता विपक्ष को भी सरकार पर हमला बोलने का एक मौका प्रदान कर दिया है। चार धाम यात्रा में यात्रियों से घोड़े खच्चर खाना-पीना होटल एवं अन्य चीजों में मनमाने रेट वसूले जा रहे हैं जिस पर किसी का कोई ध्यान नहीं था। लेकिन हाल ही में दुबई यात्रा पर गए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को भी ट्रोलर्स ने सोशल मीडिया पर काफी ट्रॉल किया और विपक्ष ने भी उनकी इस समय विदेश यात्रा पर सवाल खड़े किए। लेकिन वहां से लौटते ही सतपाल महाराज एक बार फिर कड़े एक्शन में दिखाई दिए हैं।
चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से निर्धारित दरों से अधिक धनराशि की वसूली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही करने के अधिकारियों को आदेश दिये हैं।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से हेलीकॉप्टर सेवा, टैक्सी सेवा होटल, गेस्ट हाउस एवं खान-पान सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर निर्धारित दरों से अधिक धनराशि वसूलने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को जनपद चमोली के जिलाधिकारी हिमांशी खुराना एवं रुद्रप्रयाग जनपद के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से दूरभाष पर वार्ता कर ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।उन्होने अधिकारियों से कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों से जो भी सेवा प्रदाता अतिरिक्त पैसा वसूलने का दुस्साहस कर रहा है ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए।
महाराज ने कहा कि वहाँ घोड़ों के लिए फीड उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उनके लिए गर्म पानी के हेतु सोलर हीटर लगाये जायें। उन्होने अधिकारियों को सिस्टम अपडेट करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके। यात्रियों से आग्रह करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण काफी लोगों के लंग्स प्रभावित हुए हैं इसलिए डॉक्टर से जांच करवा कर एवं अनुमति लेकर ही चारधाम यात्रा पर आएं।
उन्होने कहा कि यात्रा में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यात्रियों के अतिथि सत्कार और प्रबंधन का पूरा ध्यान रखा जाए। चारों धामों में क्षमता से अधिक यात्रियों का प्रवेश न हो इस बात का अधिकारी पूरा ध्यान रखें।