हरिद्वार। हरिद्वार नजीबाबाद हाईवे स्थित श्यामपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कांगड़ी के प्रेम गिरी आश्रम में ब्रह्मलीन महंत विमल गिरी जी महाराज की मूर्ति का अनावरण किया गया।
इस अवसर पर प्रेम गिरी आश्रम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें जूना अखाड़े के कई सौ साधु-संतों भक्तजनों ने भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया तथा इस अवसर पर भक्तजनों को आशीर्वचन बोलते हुए महंत प्रेम गिरी जी महाराज ने कहा गुरु की महिमा अपरंपार हैै।
गुरु के बिना कोई भी भवसागर पार नहीं हो सकता। गुरु ही वह मार्गदर्शक है जो भक्तों को उंगली पकड़कर भवसागर पार करा देते हैं। साथ ही उन्होंंन कहा कि दुनिया में सनातन धर्म को बचाने की पहल करनी चाहिए और अपने धर्म एवं संस्कृति का खुलकर प्रचार प्रसार करना चाहिए क्योंकि सनातन धर्म एकमात्र ऐसा फल है जो हमेशा यह सिखाता है कि कभी किसी का बुरा मत चाहो और ना ही करो हमेशा दूसरों के प्रति अच्छा सोचो चाहे अपना दुश्मन ही क्यों न हो। इस अवसर पर परम पूज्य गुरुदेव विमल गिरी जी महाराज की मूर्ति का अनावरण किया गया।
तथा भक्तजनों ने गुरु की भक्ति व ईश्वर की भक्ति में सराबोर होकर मदन मुक्त होते हुए बहुत से भक्तजन आश्रम में नृत्य करते हुए भी नजर आए। बड़ा ही आलौकिक वह भौतिक धार्मिक स्थल ग्राम कांगड़ी में प्रेम गिरी आश्रम के नाम से स्थापित है।
जहां पर अक्सर भक्तजनों का आगमन लगा रहता है। इस अवसर पर महंत स्वामी रवि गिरी, महामंडलेश्वर संजय गिरी, महंत स्वामी किरण पुरी, महंत स्वामी शैलेंद्र गिरी, स्वामी धीरेंद्र पुरी, महंत स्वामी दयानंद सरस्वती, महंत स्वामी नरेंद्र गिरी, महंत स्वामी रघु मुनि, सहित सैकड़ों संत ऋषि मुनि भक्त जन उपस्थित थे।