हरिद्वार 21 जून 2025। मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्त कार्यवाही एवं सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हुए पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिह स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड और उनकी टीम द्वारा साइबर अपराध के अतिरिक्त सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। जिस क्रम में राज्य में कोई भी आत्महत्या की शिकायत या प्रयास किये जाने सम्बन्धी सूचना मेटा कम्पनी (फेसबुक,इन्सटाग्राम,व्हाट्सएप) तुरन्त USA से कॉल के माध्यम से एवं मेल के माध्यम एस0टी0एफ0 /साइबर(नोडल) को प्राप्त होती है।
इसी क्रम में दिनांक 19.06.2025 को मेटा कम्पनी (फेसबुक,इन्सटाग्राम, व्हाट्सएप) तुरन्त USA से कॉल के माध्यम से एवं मेल के जरिये सूचना प्राप्त हुई, कि एक व्यक्ति (काल्पनिक नाम राजेश) द्वारा आत्महत्या करने के सम्बंध मे एक पोस्ट की गयी हैं। उक्त सम्बंध मे थाना साईबर क्राईम देहरादून मे दिवसाधिकारी डयूटी मे नियुक्त अपर उपनिरीक्षक मुकेश चन्द व थाना कार्यालय मे नियुक्त आरक्षी नितिन रमोला द्वारा त्वरित कार्यवाही करने हेतु मेटा कम्पनी के द्वारा उपलब्ध कराये गये अकाउंट की जानकारी प्राप्त की गयी व घटना थाना कोतवाली नगर जनपद हरिद्वार से सम्बन्धित होने के कारण तत्काल हरिद्वार नगर कन्ट्रोल रूम व जनपद के थाना कोतवाली नगर एवं उच्चाधिकारीगणो से सम्पर्क कर सूचना प्रेषित की गयी।
प्रेषित सूचना के क्रम मे थाना कोतवाली नगर पुलिस द्वारा प्रेषित सूचना/लोकेशन के आधार पर जनपद हरिद्वार पुलिस टीम शीघ्र मौके पर पहुचकर त्वरित कार्यवाही करते हुये आत्महत्या का प्रयास किये जाने वाले (काल्पनिक नाम राजेश) व्यक्ति को आत्महत्या करने से बचाया गया एवं उक्त व्यक्ति से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा बताया गया की मेरी पारिवारिक समस्या होने के कारण मैं काफी परेशान था , जिस कारण मैने परेशान होकर इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने से पहले एक पोस्ट शेयर की गयी थी। शेयर पोस्ट के क्रम में जनपद हरिद्वार की पुलिस द्वारा समस्या का समाधान करते हुये भविष्य मे इस प्रकार का कृत्य न करने व जीवन मे किसी भी प्रकार की कोई समस्या आने पर तत्काल पुलिस से सम्पर्क करने हेतु हिदायत दी गयी व आत्महत्या का प्रयास किये जाने वाले (काल्पनिक नाम राजेश) व्यक्ति को उसके परिवार से सम्पर्क कर परिजनो के सुपुर्द किया गया ।