हरिद्वार 24 अक्टूबर 2023। पूरा देश असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा मना रहा है, तो वहीं हरिद्वार के साधु संतों ने भी देशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दी हैं। भारत माता मंदिर के महंत, भारत साधु समाज के केंद्रीय प्रचार मंत्री एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि महाराज ने देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हमें सही रास्ते के साथ-साथ अहंकार में चूर ना होने का भी संदेश देता है। उन्होंने कहा कि आजकल इंसान पैसे के घमंड में चकनाचूर है और उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के चरित्र से सीखना चाहिए कि कैसे सब कुछ होने के बाद भी उन्होंने अपने पिता के एक वचन पर 14 वर्ष तक वनवास किया। अथवा वनवास के दौरान भी उन्होंने कभी भी किसी के आग्रह पर सुख का भोग नहीं किया और मान मर्यादाओं का पालन किया और असत्य पर सत्य की जीत भी हुई।
महामंडलेश्वर चिदविलासानंद सरस्वती ने भी दशहरे की देशवासियों को शुभकामनाएं दी और अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि भारत में सुख शांति और समृद्धि रहे। साथ ही सभी देशवासी खुशहाल रहे एवं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के वचनों को अपने जीवन में जरुर उतारे। उन्होंने बताया कि भगवान राम बचपन से ही अपने गुरु के वचन मानते थे एवं उनके अंदर तिनका भर का भी अहंकार नहीं था। साथी उन्होंने कहा कि आज के समय में भाई-भाई के खिलाफ कोर्ट कचहरी में लड़ रहा है और बाप बेटे की रिश्तो में खटास आ रही है। उन्होंने कहा ऐसे समय में सभी को श्री रामचरितमानस पढ़नी चाहिए और भगवान राम लक्ष्मण से सीख लेनी चाहिए कि कैसे दोनों ने 14 वर्ष वनवास में साथ बिताए एवं सीता का हरण करने वाले अहंकारी रावण का भी वध किया। उन्होंने कहा कि रामायण के हर पात्र से मनुष्य अपने जीवन में बहुत सारे गुण ला सकता है जिससे उसका जीवन धन्य हो जाएगा। अंत में उन्होंने कहा कि मनुष्य को एक चीज जरूर ध्यान में रखनी चाहिए कि सत्य के साथ चाहे जितने भी लोग खड़े हो परंतु सत्य की हमेशा जीत होती है।