हरिद्वार 26 अप्रैल 2023। विश्व प्रसिद्ध मां भगवती के गंगा तट पर स्थित कनखल स्थित सूरत गिरी बंगला में मंगलवार को जगतगुरू आदि शंकराचार्य स्मारक समिति के कार्यक्रम समिति अध्यक्ष महामंडलेश्वर श्री स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज की अध्यक्षता में धूमधाम से आयोजित की गई।
इस अवसर पर जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जगद्गुरु श्री भगवान आदि शंकराचार्य भगवान शंकर के शिव स्वरूप ही हैं। वे हमारी भारतीय संस्कृति की प्राचीनतम एतिहासिक प्रेरणादायक धरोहर हैं। हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सनातन धर्म की मर्यादाओं का पालन करते रहना चाहिए। क्योंकि सनातन धर्म ही विश्व में प्राचीनतम धर्म होने के साथ-साथ सांस्कृतिक संस्कृति को संजोए हुए है। इस अवसर पर जगद्गुरु शंकराचार्य जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि भावांजलि देते हुए उनकी आरती की गई। समारोह का संचालन महंत देवानंद सरस्वती महाराज ने किया। समारोह को अनेक अखाड़ों से आए श्री महंत एवं महामंडलेश्वरों ने भी संबोधित किया। उन्होंने सभी का स्वागत कर धन्यवाद किया।