प्रतिबंधित क्षेत्र में नशा तस्करों में वर्चस्व की लड़ाई में हुई फायरिंग, पुलिस की भूमिका पर खड़े हो रहे है सवाल, क्या कप्तान लेंगे कोई एक्शन

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हरिद्वार 10 मार्च 2023। धार्मिक और विश्व प्रसिद्ध नगरी हरिद्वार को कैसे नशे ने अपने आगोश में ले लिया है यह बात किसी से छुपी नहीं है। हरिद्वार में चाहे अवैध नशे का कारोबार हो या वेश्यावृत्ति का बड़ी तेजी से फल-फूल रहे हैं और इसके जीता जागता उदाहरण आए दिन देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में हरिद्वार के रेलवे स्टेशन रोड पर शिव मूर्ति के पास जिस तरह से महा लक्ष्मी व्यापार मंडल ने बढ़ती वेश्यावृत्ति के रोकथाम के लिए खुद सड़कों पर उतर कर इसका विरोध किया और नगर कोतवाली को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग भी की। तो वही शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी से चंद कदम दूर कांगड़ा घाट पर नशा तस्करों में वर्चस्व की लड़ाई में गोली चल गई और एक तस्कर इसमें घायल भी हो गया जिसका कबूलनामा उसने खुद किया है।

मुख्यमंत्री धामी के उत्तराखंड नशा मुक्त अभियान 2025 को किस तरीके से नगर कोतवाली पुलिस पलीता लगा रही है इससे ताजा और बड़ा उदाहरण आपको नहीं देखने को मिलेगा। मीडिया कर्मी से बातचीत में तस्कर कपिल अग्रवाल ने बताया कि वह खुद दो नंबर के काम करता है और वीरवार को उस पर शाम को चाकू से हमला हुआ जिसकी सूचना उसने पुलिस को भी दी थी। लेकिन शुक्रवार की शाम को ठीक आरती से थोड़ी देर पहले मनोहर नाम के व्यक्ति ने उस पर आकर फायर झोंक दिया। जिसमें वह घायल भी हुआ है और उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। सूत्रों के मुताबिक हर की पौड़ी से सटे कांगड़ा घाट पर कई दिनों से दो गुटों में नशा बेचने को लेकर वर्चस्व की लड़ाई जारी थी और यह गुट कई बार आमने सामने भी आ चुके हैं। लेकिन यह बात कहा सुनी से लेकर गोली चलने तक पहुंच जाएगी इसका अंदाजा पुलिस और खुफिया तंत्र को भी नहीं लग पाया। हर की पौड़ी जैसे प्रतिबंधित क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना होना चंद कदमों पर मौजूद पुलिस चौकी और कोतवाली पर भी सवाल खड़े करता है। कि आखिर डीजीपी उत्तराखंड और मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद भी ऐसे अवैध धंधे हरिद्वार में कैसे फल फूल रहे हैं और इन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है? अब देखना यह होगा कि इस घटना के बाद क्या हरिद्वार पुलिस कप्तान क्या कारवाई करते हुए नजर आएंगे?

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